पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट: बैंक से बेहतर ब्याज दर और कम निवेश

पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट एक आकर्षक विकल्प है जो कम निवेश पर बेहतर ब्याज दर प्रदान करता है। केवल 500 रुपए में खाता खोलने की सुविधा और सरकारी सुरक्षा इसे बैंकों की तुलना में अधिक लाभकारी बनाती है। जानें इसके अन्य लाभ जैसे टैक्स छूट और बैंकिंग सेवाएँ।
 | 
पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट: बैंक से बेहतर ब्याज दर और कम निवेश

पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट की विशेषताएँ


आजकल, हर किसी के लिए सेविंग्स अकाउंट रखना आवश्यक हो गया है। बैंकिंग सुविधाओं और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए, सेविंग्स अकाउंट की आवश्यकता होती है। पोस्ट ऑफिस का सेविंग्स अकाउंट एक ऐसा विकल्प है, जो न केवल सुविधाजनक है, बल्कि यह बैंकों की तुलना में अधिक ब्याज दर भी प्रदान करता है।


कम निवेश में खाता खोलें

आप केवल 500 रुपए में पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट खोल सकते हैं। यह न्यूनतम बैलेंस की शर्त को पूरा करता है, जिससे आपको पेनल्टी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके साथ ही, आपको चेकबुक, एटीएम कार्ड, ई-बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग जैसी सुविधाएँ भी मिलती हैं। इसके अलावा, आधार लिंकिंग और सरकारी योजनाओं का लाभ भी उठाया जा सकता है। इस अकाउंट पर 4.0% ब्याज मिलता है, जो प्रमुख बैंकों की तुलना में काफी अधिक है।


बैंकों की तुलना में कम ब्याज

भारत में सरकारी और प्राइवेट दोनों प्रकार के बैंक मौजूद हैं। लेकिन सेविंग अकाउंट खोलने के लिए आपको अधिक राशि की आवश्यकता होती है। सरकारी बैंकों में सेविंग अकाउंट खोलने के लिए 1000 से 3000 रुपए की आवश्यकता होती है, जबकि प्राइवेट बैंकों में यह राशि 5000 से 10000 रुपए तक होती है। सरकारी बैंकों जैसे एसबीआई और पीएनबी में 2.70% ब्याज मिलती है, जबकि प्राइवेट बैंकों जैसे एचडीएफसी और आईसीआईसीआई में ब्याज दर 3.00% से 3.50% तक होती है।


टैक्स छूट और सुरक्षा

आयकर अधिनियम की धारा 80TTA के तहत, 10,000 रुपए तक के ब्याज पर टैक्स छूट मिलती है। इसके अलावा, पोस्ट ऑफिस का संचालन सरकार द्वारा किया जाता है, जिससे यह एक सुरक्षित और विश्वसनीय विकल्प बनता है।


खाता खोलने की पात्रता

कोई भी वयस्क व्यक्ति पोस्ट ऑफिस में खाता खोल सकता है। यहां ज्वाइंट अकाउंट भी खोला जा सकता है, जिसमें दो लोग अकाउंट के मालिक होते हैं। यदि कोई 18 साल से कम का बच्चा खाता खोलता है, तो उस अकाउंट के मालिक माता-पिता या अभिभावक होते हैं।