पोलैंड की पुतिन को चेतावनी: हवाई क्षेत्र का उपयोग न करें

पोलैंड ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चेतावनी दी है कि यदि वह ट्रंप से मिलने के लिए उनके हवाई क्षेत्र का उपयोग करते हैं, तो उनकी उड़ान को मजबूरन उतारा जा सकता है। यह चेतावनी उस समय आई है जब पुतिन और ट्रंप की एक महत्वपूर्ण बैठक हंगरी में होने वाली है। पोलैंड के विदेश मंत्री ने कहा कि पुतिन को हिरासत में लेने का आदेश दिया जा सकता है, यदि वह हवाई क्षेत्र का उपयोग करते हैं। इस मुद्दे पर वैश्विक स्तर पर चर्चा हो रही है, जबकि हंगरी ने पुतिन की सुरक्षा की गारंटी दी है।
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पोलैंड की पुतिन को चेतावनी: हवाई क्षेत्र का उपयोग न करें

पुतिन और ट्रंप की आगामी मुलाकात

पोलैंड की पुतिन को चेतावनी: हवाई क्षेत्र का उपयोग न करें


व्लादिमीर पुतिन: हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच अलास्का में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी। यह चर्चा रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के प्रयासों पर केंद्रित थी।


अब, ट्रंप और पुतिन की एक और बैठक की योजना बनाई जा रही है, जो हंगरी में आयोजित की जाएगी।


इस बैठक से पहले, पोलैंड ने पुतिन को एक गंभीर चेतावनी दी है। मंगलवार को, पोलैंड ने कहा कि यदि पुतिन ट्रंप से मिलने के लिए उनके हवाई क्षेत्र का उपयोग करते हैं, तो उनकी उड़ान को मजबूरन उतारा जा सकता है।


पोलैंड के विदेश मंत्री की चेतावनी

पुतिन को हिरासत में लेने की संभावना - पोलैंड के विदेश मंत्री


पोलैंड के विदेश मंत्री राडोस्लाव सिकोरस्की ने एक साक्षात्कार में कहा कि एक स्वतंत्र पोलिश अदालत पुतिन के विमान को उतारने का आदेश दे सकती है, ताकि उन्हें हेग में अदालत के सामने पेश किया जा सके।


उन्होंने यह भी कहा कि यदि यह शिखर सम्मेलन आयोजित होता है, तो संभव है कि विमान को एक अलग मार्ग अपनाना पड़े। पोलैंड अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) के वारंट को मान्यता देते हुए पुतिन को हिरासत में लेने के लिए बाध्य हो सकता है।


पोलैंड की धमकी का कारण

अंतरराष्ट्रीय अदालत ने पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है, जिसमें उन पर आरोप है कि उन्होंने यूक्रेन से सैकड़ों बच्चों को अवैध रूप से रूस में भेजने के लिए मजबूर किया। हालांकि, रूस ICC की अधिकारिता को मान्यता नहीं देता और इन आरोपों को खारिज करता है।


पोलैंड के विदेश मंत्री की यह चेतावनी वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बन गई है।


इस बीच, हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बान ने पुतिन की सुरक्षा की गारंटी दी है, यह सुनिश्चित करते हुए कि पुतिन सम्मेलन में भाग लेने के बाद सुरक्षित रूप से अपने देश लौट सकें। हंगरी में ट्रंप और पुतिन की इस बैठक पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं, हालांकि अभी तक इसकी तारीख की पुष्टि नहीं हुई है।