पेशावर में आतंकी हमले की सूचना, सुरक्षा बलों और हमलावरों के बीच मुठभेड़ जारी

पेशावर में फेडरल कॉन्स्टेबुलरी मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले की जानकारी सामने आई है। सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है, जिसमें कई जवानों की मौत और घायल होने की खबर है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इलाके को घेर लिया गया है। जानें इस हमले के पीछे की वजह और क्षेत्र में आतंकवाद की स्थिति के बारे में।
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पेशावर में आतंकी हमला

पेशावर में आतंकी हमले की सूचना, सुरक्षा बलों और हमलावरों के बीच मुठभेड़ जारी

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर में एक आतंकी हमले की खबर आई है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, सोमवार सुबह फेडरल कॉन्स्टेबुलरी (FC) मुख्यालय पर यह हमला हुआ। पेशावर के कैपिटल सिटी पुलिस ऑफिसर डॉ. मियां सईद अहमद ने इस घटना की पुष्टि की है, जिसमें सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच लगातार गोलीबारी हो रही है। प्रारंभिक रिपोर्टों में कम से कम दो धमाकों की जानकारी मिली है। उन्होंने बताया कि आतंकियों ने मुख्यालय को निशाना बनाते हुए फायरिंग शुरू की, जिसके जवाब में सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई की। पाकिस्तान सेना ने तीन जवानों की मौत की पुष्टि की है, जबकि पांच अन्य घायल हुए हैं। इसके अलावा, तीन आतंकियों को भी मार गिराया गया है, जिनमें एक आत्मघाती हमलावर शामिल है।

स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इलाके को घेर लिया गया है और अतिरिक्त बलों को मौके पर भेजा गया है। रिपोर्ट के अनुसार, हमले के बाद पेशावर के व्यस्त सद्दर क्षेत्र को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है, जिससे आम जनता और वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। पुलिस और रैपिड रिएक्शन फोर्स की टीमें क्षेत्र में तलाशी अभियान चला रही हैं। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, एक आत्मघाती हमलावर ने FC हेडक्वार्टर के गेट पर खुद को उड़ा लिया है। धमाके के बाद फायरिंग की आवाज भी सुनी गई।

पेशावर में आतंकी हमले की स्थिति
फिलहाल, पुलिस अधिकारियों ने इस हमले में मारे गए लोगों की संख्या या घायलों की जानकारी नहीं दी है, लेकिन धमाकों की पुष्टि हुई है। खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान आतंकवाद के केंद्र माने जाते हैं, जहां लगातार आतंकी हमले होते रहते हैं।

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) और बलूच लिबरेशन आर्मी इन क्षेत्रों में सक्रिय हैं। नवंबर 2022 में TTP ने पाकिस्तान सरकार के साथ युद्धविराम समाप्त कर दिया था, जिसके बाद से यह संगठन लगातार हमले कर रहा है। इससे पहले सितंबर में भी खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू जिले में FC मुख्यालय पर एक हमले को सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया था, जिसमें छह पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे।