पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज: लक्षण, कारण और उपचार

पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID) एक गंभीर बैक्टीरियल संक्रमण है जो महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है। इसके लक्षणों में पेट के निचले हिस्से में दर्द, असामान्य योनि स्राव, और अनियमित पीरियड्स शामिल हैं। यदि समय पर उपचार न किया जाए, तो यह बांझपन का कारण बन सकता है। जानें PID के कारण, इसके जोखिम कारक, और इससे बचने के उपाय। सही जानकारी और समय पर उपचार से आप इस समस्या से बच सकते हैं।
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पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज: लक्षण, कारण और उपचार

पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID) के बारे में जानें

यदि आपको लंबे समय से पेट के निचले हिस्से में दर्द हो रहा है, बार-बार लिकेज की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, या पीरियड्स अनियमित हो रहे हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। ये पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID) के संकेत हो सकते हैं। यह एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो समय पर उपचार न होने पर महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है और बांझपन का कारण बन सकता है।


PID का मुख्य कारण असुरक्षित यौन संबंध, बैक्टीरिया का संक्रमण, या बार-बार गर्भपात करना हो सकता है। जब बैक्टीरिया योनि के माध्यम से गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब और अंडाशय तक पहुंचते हैं, तो वहां सूजन और संक्रमण फैल जाता है। यदि इसका समय पर इलाज नहीं किया गया, तो फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक हो सकती हैं, जिससे गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है.


PID के लक्षण

यदि आपको पेट के निचले हिस्से में लगातार दर्द हो रहा है या सेक्स के दौरान असहजता महसूस हो रही है, तो यह PID का संकेत हो सकता है। इसके अलावा, योनि से असामान्य स्राव, बदबू, अनियमित पीरियड्स, और भारी ब्लीडिंग भी इसके लक्षण हैं। पेशाब करते समय जलन, कमजोरी, और बुखार भी PID के कारण हो सकते हैं। यदि ये लक्षण बने रहते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।


PID और बांझपन का खतरा

यदि PID लंबे समय तक बना रहता है, तो यह प्रजनन अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। विशेष रूप से, फैलोपियन ट्यूब में सूजन या ब्लॉकेज होने पर अंडाणु और शुक्राणु का मिलना मुश्किल हो जाता है, जिससे गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है। कई मामलों में, PID के कारण एक्टोपिक प्रेग्नेंसी की समस्या भी हो सकती है, जो जानलेवा हो सकती है।


PID के जोखिम कारक

असुरक्षित यौन संबंध, कई यौन साझेदार, यौन संचारित संक्रमण (STI) जैसे क्लैमाइडिया और गोनोरिया, बार-बार गर्भपात, और असुरक्षित गर्भनिरोधक दवाओं का सेवन PID के खतरे को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा, प्राइवेट पार्ट्स की उचित सफाई न करने से भी यह समस्या हो सकती है।


PID से बचाव के उपाय

असुरक्षित यौन संबंध से बचें और हमेशा प्रोटेक्शन का उपयोग करें। अपने प्राइवेट पार्ट की सफाई का ध्यान रखें और किसी भी प्रकार के योनि संक्रमण को हल्के में न लें। यदि कोई समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। एक स्वस्थ आहार और जीवनशैली अपनाकर भी आप PID से बच सकते हैं।


PID का उपचार

PID का उपचार मुख्य रूप से एंटीबायोटिक्स के माध्यम से किया जाता है। डॉक्टर की सलाह के अनुसार पूरा कोर्स लेना आवश्यक है ताकि संक्रमण पूरी तरह से समाप्त हो सके। यदि संक्रमण गंभीर हो गया है, तो अस्पताल में भर्ती होकर उपचार कराना पड़ सकता है।