पेंशनभोगियों के लिए PPO नंबर: जानें इसकी महत्ता और खोजने का तरीका

PPO नंबर का महत्व
हर साल, पेंशनभोगियों को 30 नवंबर तक अपना जीवन प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होता है। लेकिन 80 वर्ष से अधिक आयु के पेंशनभोगियों के लिए यह प्रक्रिया 1 अक्टूबर से शुरू होती है। भारत में बड़ी संख्या में लोग पेंशन प्राप्त करते हैं, और PPO नंबर (पेंशन भुगतान आदेश) उनके लिए एक महत्वपूर्ण 12 अंकों का पहचान कोड है। यह नंबर हर पेंशनभोगी को विशेष रूप से दिया जाता है।
PPO नंबर का विवरण
हर सेवानिवृत्त कर्मचारी को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से एक पत्र मिलता है, जिसमें पेंशन भुगतान आदेश (PPO) का विवरण होता है। यह केंद्रीय पेंशन लेखा कार्यालय (सीपीएओ) के साथ सभी पत्राचार के लिए संदर्भ संख्या के रूप में कार्य करता है। पेंशन प्राप्त करने में PPO नंबर की आवश्यकता होती है, और इसे हर साल जीवन प्रमाण पत्र जमा करते समय शामिल करना आवश्यक है।
PPO नंबर की संरचना
हर 12-अंकीय PPO नंबर के पहले पांच अंक PPO जारी करने वाले प्राधिकरण का कोड दर्शाते हैं, अगले दो अंक वर्ष को और चार अंक अनुक्रमिक संख्या को दर्शाते हैं। अंतिम अंक एक चेक अंक होता है। उदाहरण के लिए, 709650601302 नंबर का PPO 2006 में एजी मध्य प्रदेश द्वारा जारी किया गया था।
PPO नंबर कैसे खोजें?
EPFO के पोर्टल और मोबाइल ऐप के माध्यम से PPO नंबर खोजना महत्वपूर्ण है। पेंशन स्लिप डाउनलोड करने, शिकायत दर्ज करने या व्यक्तिगत जानकारी अपडेट करने के लिए आपको अपना PPO नंबर जानना आवश्यक है। यदि आप अपना PPO नंबर भूल गए हैं, तो इसे खोजने के लिए EPFO की वेबसाइट पर जाएं, 'कर्मचारियों के लिए' पर क्लिक करें, और 'पेंशनभोगी पोर्टल' का चयन करें।