पूजा घर में न रखें ये चीजें: वास्तु के अनुसार सावधानियाँ

पूजा घर का महत्व
हमारे घर में पूजा घर एक अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र स्थान होता है। शास्त्रों के अनुसार, यही वह स्थान है जो घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। यह मंदिर न केवल घर के सदस्यों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है, बल्कि घर की समृद्धि में भी योगदान करता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा घर में रखी गई हर वस्तु का विशेष महत्व होता है। यदि यहां कोई छोटी सी गलती हो जाए, तो यह जीवन में कई समस्याओं का कारण बन सकती है।
पूजा घर से हटा दें ये चीजें

यदि पूजा घर में कोई गड़बड़ी होती है, तो इससे गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इसलिए, पूजा घर से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण वास्तु नियमों को जानना आवश्यक है। वास्तु के अनुसार, पूजा घर में ऐसी वस्तुएं नहीं रखनी चाहिए जो नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करती हैं।
रौद्र रूप वाली मूर्तियां और तस्वीरें
रौद्र रूप वाली मूर्ति-तस्वीरें
वास्तु शास्त्र में यह बताया गया है कि पूजा घर में देवी-देवताओं की रौद्र रूप वाली तस्वीरें या मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए। ऐसा करने से घर में अशांति और कलह का माहौल बन सकता है। यदि आप चाहते हैं कि आपके घर में सुख-शांति बनी रहे, तो पूजा घर में हमेशा सौम्य रूप वाली मूर्तियां और तस्वीरें रखें।
खंडित मूर्तियां
खंडित मूर्तियां
वास्तु के अनुसार, पूजा घर में कभी भी टूटी या खंडित मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए। ऐसी मूर्तियों के कारण पूजा का फल नहीं मिलता और नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसलिए, पूजा घर में हमेशा सुंदर और पूर्ण मूर्तियां रखें।
एक से अधिक मूर्तियां
एक से अधिक मूर्तियां
कई बार लोग एक ही देवी-देवता की कई मूर्तियां या तस्वीरें रखते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, यह घर में नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। विशेष रूप से, पूजा घर में दो शिवलिंग नहीं रखने चाहिए।
तस्वीरों का स्थान
आमने-सामने ना रखें देवी-देवताओं की तस्वीरें
देवी-देवताओं की मूर्तियों या तस्वीरों को आमने-सामने नहीं रखना चाहिए, क्योंकि इससे घर में झगड़े और कलह हो सकते हैं। इसके अलावा, देवी-देवताओं को कभी भी खंडित अक्षत, यानी टूटे हुए चावल नहीं चढ़ाने चाहिए।