पुरी रथ यात्रा में भगदड़ के बाद ओडिशा सरकार ने उठाए सख्त कदम

ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान हुई भगदड़ में तीन लोगों की मौत हो गई। इस घटना के बाद, राज्य सरकार ने दो शीर्ष अधिकारियों का तबादला किया और कुछ पुलिसकर्मियों को निलंबित किया। घटना की जांच जारी है, जिसने धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। जानें इस घटना के बारे में और क्या कदम उठाए गए हैं।
 | 
पुरी रथ यात्रा में भगदड़ के बाद ओडिशा सरकार ने उठाए सख्त कदम

भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा में हुई भगदड़

ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान हुई भगदड़ में तीन लोगों की जान चली गई। इस घटना के बाद राज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो उच्च अधिकारियों और कुछ पुलिसकर्मियों का तबादला किया है। यह निर्णय तब लिया गया जब घटना की जांच चल रही थी।


अधिकारियों का तबादला

राज्य सरकार ने पुरी के पुलिस अधीक्षक विनीत अग्रवाल और जिला मजिस्ट्रेट सिद्धार्थ शंकर स्वैन का तबादला कर दिया है। वरिष्ठ अधिकारी पिनाक मिश्रा, जो वर्तमान में एडीजी (क्राइम) हैं, अब पुरी के एसपी के रूप में कार्यभार संभालेंगे। इसके अलावा, खुर्दा कलेक्टर चंचल राणा नए जिला मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त किए गए हैं। एक आधिकारिक बयान में बताया गया है कि दो पुलिस अधिकारियों, डीसीपी बिष्णु पति और कमांडेंट अजय पाधी को निलंबित भी किया गया है।


घटना का विवरण

29 जून 2025 को भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा के दौरान पुरी में एक गंभीर भगदड़ हुई। गुंडिचा मंदिर के निकट हुई इस घटना में तीन श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई और लगभग 50 अन्य घायल हुए। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि रथों के पास भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र में ट्रकों के घुसने और अत्यधिक भीड़ के कारण यह हादसा हुआ। ओडिशा सरकार ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और माफी मांगी है। साथ ही, मामले की गहन जांच के आदेश दिए गए हैं, जिसने धार्मिक आयोजनों में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।