पुरी में आग से झुलसी 16 वर्षीय लड़की की हालत गंभीर, एम्स में चल रहा इलाज

ओडिशा के पुरी जिले में एक 16 वर्षीय लड़की आग से झुलस गई है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। उसे एम्स दिल्ली में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी सर्जरी की गई है। पुलिस ने बताया कि उसे मोटरसाइकिल सवार युवकों ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी। सुप्रीम कोर्ट ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए कमजोर वर्गों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी।
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पुरी में आग से झुलसी 16 वर्षीय लड़की की हालत गंभीर, एम्स में चल रहा इलाज

पुरी में आग से झुलसी लड़की का इलाज जारी

ओडिशा के पुरी जिले में आग से झुलसी 16 वर्षीय लड़की की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उसका उपचार अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में किया जा रहा है। अस्पताल ने बुधवार को इस बारे में जानकारी दी।


दिल्ली के एम्स ने एक बयान में बताया कि गंभीर रूप से झुलसे हुए हिस्से के इलाज के लिए लड़की की सर्जरी की गई है।


बयान में यह भी कहा गया है कि वह वर्तमान में ऑक्सीजन सपोर्ट पर है और उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों की एक विशेष टीम उसकी स्वास्थ्य स्थिति पर ध्यान दे रही है।


घटना का विवरण

लड़की को 20 जुलाई को एम्स भुवनेश्वर से एयरलिफ्ट करके दिल्ली के बर्न्स एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग में भर्ती कराया गया था।


पुलिस के अनुसार, शनिवार को मोटरसाइकिल पर सवार तीन युवकों ने लड़की को रोका और उसे बलंगा पुलिस थाना क्षेत्र के बयाबर गांव के पास भार्गवी नदी के किनारे ले जाकर उस पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी।


सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि देश को अपने सबसे कमजोर नागरिकों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। अदालत ने इसे "शर्मनाक" बताते हुए कहा कि स्कूली छात्राओं, गृहणियों और ग्रामीण बच्चों को सशक्त बनाने के लिए तत्काल और दीर्घकालिक उपायों की आवश्यकता है।


यह घटना बालासोर में एक 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा की आत्मदाह के प्रयास में मौत के कुछ ही दिनों बाद हुई है, जिसने एक कॉलेज प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।