पुतिन की भारत यात्रा: द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक कदम
पुतिन की नई दिल्ली यात्रा
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार शाम को 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए नई दिल्ली पहुंचेंगे। यह उनकी पहली यात्रा है जब से 2022 में यूक्रेन संघर्ष शुरू हुआ था। पिछली बार उन्होंने दिसंबर 2021 में भारत का दौरा किया था। यह दो दिवसीय यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी पुतिन के स्वागत के लिए एक निजी रात्रिभोज का आयोजन करेंगे।
औपचारिक स्वागत और वार्ता
5 दिसंबर को, पुतिन का औपचारिक स्वागत राष्ट्रपति भवन में किया जाएगा, जहां उन्हें तीनों सेनाओं द्वारा सलामी दी जाएगी। इसके बाद, वह महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए राजघाट जाएंगे। दोनों नेता हैदराबाद हाउस में अपने प्रतिनिधिमंडलों के साथ सीमित प्रारूप में बातचीत करेंगे। इस दौरान व्यापार, अर्थव्यवस्था, कृषि और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर कई समझौतों पर चर्चा की जाएगी।
समझौतों और कार्यक्रमों की योजना
रूसी सरकारी मीडिया के अनुसार, दोनों देशों के बीच 10 अंतर-सरकारी दस्तावेज़ और 15 से अधिक समझौतों पर हस्ताक्षर के लिए तैयारियां चल रही हैं। वार्ता के बाद संयुक्त प्रेस वक्तव्य जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, दोनों नेता भारत मंडपम में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) और रोसकांग्रेस द्वारा आयोजित एक व्यावसायिक कार्यक्रम में भी भाग लेंगे।
रूसी चैनल का शुभारंभ
शुक्रवार शाम को, पुतिन आईटीसी मौर्य होटल में रूसी सरकारी प्रसारक आरटी के भारतीय चैनल का औपचारिक शुभारंभ करेंगे। भारत से प्रस्थान करने से पहले, वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित राजकीय रात्रिभोज में भी शामिल होंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, पुतिन की यह यात्रा भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की समीक्षा करने और 'विशेष एवं विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी' को मजबूत करने का एक अवसर प्रदान करेगी।
