पुणे बस रेप कांड: आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 13 टीमें सक्रिय

पुणे में एक सरकारी बस में हुई दुष्कर्म की घटना ने पूरे महाराष्ट्र को झकझोर दिया है। 26 वर्षीय युवती के साथ यह घिनौनी वारदात स्वारगेट बस स्टेशन पर हुई। आरोपी, 36 वर्षीय दत्तात्रेय रामदास गाडे, अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। उसकी गिरफ्तारी के लिए 13 टीमें सक्रिय हैं। इस मामले ने राजनीतिक हलचल भी पैदा कर दी है, जहां विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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पुणे बस रेप कांड: आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 13 टीमें सक्रिय

पुणे में हुई भयावह घटना


पुणे में एक सरकारी बस में हुई दुष्कर्म की घटना ने पूरे महाराष्ट्र को झकझोर दिया है। 26 वर्षीय युवती के साथ यह घिनौनी वारदात स्वारगेट बस स्टेशन पर हुई।


आरोपी, 36 वर्षीय दत्तात्रेय रामदास गाडे, अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। उसकी गिरफ्तारी के लिए कई पुलिस टीमें सक्रिय हैं। यह भी ज्ञात हुआ है कि वह एक हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज हैं।


घटना का विवरण

यह घटना 25 फरवरी की सुबह 5:30 बजे के आसपास हुई। युवती बस का इंतजार कर रही थी, तभी आरोपी ने उसे 'दीदी' कहकर बुलाया और बताया कि उसकी बस दूसरे स्टैंड पर आई है। इसके बाद, उसने युवती को एक खाली एसी बस में ले जाकर दुष्कर्म किया।


आरोपी की आपराधिक पृष्ठभूमि

आरोपी पर दर्ज है आधा दर्जन केस


दत्तात्रेय पर पहले से चोरी, डकैती और चेन स्नैचिंग के कई मामले दर्ज हैं। वह 2019 में जमानत पर रिहा हुआ था और हाल ही में 2024 में भी उसके खिलाफ एक चोरी का मामला दर्ज किया गया था।


पुलिस की कार्रवाई

आरोपी को पकड़ने में जुटी 13 टीमें


पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 13 टीमें गठित की हैं और उसकी जानकारी देने वाले को एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है।


‘दीदी’ बोलकर युवती को फंसाया


युवती ने बताया कि आरोपी ने उसे विश्वास दिलाया कि बस में कोई खतरा नहीं है, लेकिन बाद में उसने उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने बताया कि आरोपी CCTV फुटेज में कैद हुआ है।


राजनीतिक प्रतिक्रिया

इस मामले ने महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। विपक्ष ने सरकार पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है। डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि दोषी को फांसी होनी चाहिए।


राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्रवाई की मांग की है। परिवहन मंत्री ने सुरक्षा गार्ड्स को निलंबित कर दिया है और विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।