पी.वी. नरसिम्हा राव की जयंती पर श्रद्धांजलि: एक परिवर्तनकारी नेता की विरासत

तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव की जयंती पर उनके चित्र का अनावरण किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस ने भी राव की 104वीं जयंती पर उन्हें याद किया, उनके दूरदर्शी नेतृत्व और आर्थिक सुधारों की सराहना की। राव का जन्म 1921 में हुआ था और वे भारत के प्रधानमंत्री रहे। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
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पी.वी. नरसिम्हा राव की जयंती पर श्रद्धांजलि: एक परिवर्तनकारी नेता की विरासत

राज्यपाल ने पी.वी. नरसिम्हा राव को श्रद्धांजलि अर्पित की

तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव की जयंती के अवसर पर राजभवन में उनके चित्र का अनावरण किया। इस मौके पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए, राज्यपाल ने राव की विरासत को श्रद्धांजलि दी और उन्हें भारत के आधुनिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बताया। उन्होंने राव के आर्थिक उदारीकरण, मजबूत विदेश नीति और शिक्षा क्षेत्र में योगदान की सराहना की।


कांग्रेस ने दी श्रद्धांजलि

कांग्रेस पार्टी ने भी पी.वी. नरसिंह राव की 104वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। पार्टी ने कहा कि राव एक दूरदर्शी नेता थे, जिनके 1991 के आर्थिक सुधारों ने भारत को प्रगति और आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर किया। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि राव की सरकार की नीतियों ने अभूतपूर्व राष्ट्रीय विकास में योगदान दिया।


राव का योगदान

खरगे ने यह भी बताया कि राव के सुधारों ने मध्यम वर्ग के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे भारत की नींव मजबूत हुई। राव का कार्यकाल भारत के परमाणु कार्यक्रम में प्रगति और 'लुक ईस्ट' नीति की शुरुआत के लिए भी जाना जाता है। कांग्रेस ने कहा कि राव का साहसिक नेतृत्व आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।


जीवनी

पी.वी. नरसिंह राव का जन्म 1921 में तेलंगाना के करीमनगर में हुआ था। वह 1971 से 1973 तक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और केंद्र सरकार में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। राव 21 जून, 1991 से 16 मई, 1996 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। उनका निधन 2004 में दिल्ली में हुआ।


सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि