पीलीभीत में शव ठेले पर ले जाने के मामले में स्वास्थ्यकर्मियों पर कार्रवाई

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक मां के शव को ठेले पर ले जाने का मामला सामने आया है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने त्वरित कार्रवाई की। वायरल वीडियो के चलते सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी, एक फार्मासिस्ट और वार्ड बॉय को निलंबित किया गया है। इस घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को उजागर किया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया।
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पीलीभीत में शव ठेले पर ले जाने के मामले में स्वास्थ्यकर्मियों पर कार्रवाई

वीडियो वायरल होने के बाद की गई कार्रवाई


उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक मां के शव को ठेले पर ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने त्वरित कार्रवाई की। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के प्रभारी, एक फार्मासिस्ट और एक वार्ड बॉय को निलंबित कर दिया गया है।


बिलसंडा सीएचसी में एक बेटे को अपनी मां का शव ठेले पर ले जाना पड़ा, क्योंकि विभाग द्वारा शव वाहन उपलब्ध नहीं कराया गया। इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक के निर्देश पर सीएमओ ने यह कदम उठाया। डॉ. चंद्र कुमार को अब सीएचसी बिलसंडा का नया प्रभारी नियुक्त किया गया है।


मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. आलोक कुमार ने बताया कि वायरल वीडियो के सामने आने के बाद उन्होंने सीएचसी अधीक्षक डॉ. मनीष राज शर्मा और फार्मासिस्ट ए.एन. अंसारी को हटा दिया, साथ ही वार्ड बॉय एन.के. पांडे को भी निलंबित किया गया।


सीएमओ ने जानकारी दी कि बिलसंडा क्षेत्र के गौहनिया गांव में 92 वर्षीय देवकी देवी की झोपड़ी में आग लग गई, जिससे उनकी झुलसकर मौत हो गई।


मृतका के बेटे विजयपाल ने शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया था। पुलिस ने कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद शव को सीएचसी बिलसंडा लाया, जहां से इसे परिवार को सौंप दिया गया।