पीलीभीत में बाघों के हमले से एक महिला की मौत, दो घायल

पीलीभीत के न्यूरिया थाना क्षेत्र में बृहस्पतिवार को बाघों के हमले की दो घटनाएं हुईं। एक महिला की जान चली गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए। अधिकारियों ने बाघों की निगरानी के लिए टीमें तैनात की हैं। जानें इस घटना के बारे में अधिक जानकारी और प्रशासन की प्रतिक्रिया।
 | 
पीलीभीत में बाघों के हमले से एक महिला की मौत, दो घायल

पीलीभीत में बाघों का आतंक

बृहस्पतिवार की सुबह, पीलीभीत के न्यूरिया थाना क्षेत्र में दो अलग-अलग गांवों में बाघों ने ग्रामीणों पर हमला किया। इस घटना में एक महिला की जान चली गई, जबकि दो अन्य लोग घायल हुए। अधिकारियों के अनुसार, बाघ ने गांव बिथरा मडरिया में 50 वर्षीय तृष्णा को मार डाला, जिसका शव गन्ने के खेत में मिला।


इससे पहले, उसी गांव में 20 वर्षीय निलेश पर भी बाघ ने हमला किया, लेकिन उसके मित्र हरिवंश ने बहादुरी से उसकी जान बचाई।


मंडरिया गांव के पास सहजनिया और अनवरगंज गांवों में एक अन्य बाघ को देखा गया। सुबह लगभग छह बजे, सहजनिया गांव की निवासी मीना (50) पर बाघ ने उस समय हमला किया जब वह खेत की ओर जा रही थीं।


अधिकारियों ने बताया कि बाघ ने मीना को पकड़ लिया और लगभग 20 मीटर तक खींचकर ले गया, लेकिन ग्रामीणों के शोर मचाने पर बाघ ने उसे छोड़ दिया। मीना गंभीर रूप से घायल हो गईं और उनका इलाज सरकारी अस्पताल में चल रहा है।


पीलीभीत के जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने बाघ और मानव के बीच संघर्ष की इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और वन विभाग के अधिकारियों को आदमखोर बाघ की निगरानी करने का निर्देश दिया।


सामाजिक वानिकी प्रभाग के डीएफओ भरत कुमार डीके ने बताया कि बाघ पर निगरानी रखने के लिए टीमें सक्रिय हैं और रेंजर शेर सिंह के नेतृत्व में क्षेत्र में निगरानी की जा रही है। बाघ को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।