पीलीभीत में बाघ के हमले से किसान की मौत, ग्रामीणों में आक्रोश

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में एक किसान पर बाघ के हमले से उसकी जान चली गई। घटना ने ग्रामीणों में आक्रोश पैदा कर दिया है, क्योंकि उन्होंने पहले ही वन विभाग को बाघ की मौजूदगी के बारे में सूचित किया था। जानें इस घटना के बारे में और स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया।
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पीलीभीत में बाघ के हमले से किसान की मौत, ग्रामीणों में आक्रोश

बाघ के हमले से किसान की जान गई

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में सोमवार की सुबह एक किसान पर बाघ के हमले की घटना में उसकी जान चली गई। वन विभाग के एक अधिकारी ने इस घटना की पुष्टि की है।


अधिकारी के अनुसार, यह घटना जिले के न्यूरिया थाना क्षेत्र के बड़ी फुलहर गांव में हुई, जहां बाघ ने 39 वर्षीय किसान दयाराम पर हमला किया।


बाघ के हमले के कारण दयाराम गंभीर रूप से घायल हो गए और उनकी मौत हो गई। वह सुबह अपने घर के पास खेत में गन्ने की फसल की देखरेख कर रहे थे, तभी बाघ ने उन पर हमला कर दिया और उन्हें गन्ने के खेत में लगभग 20 मीटर तक खींच ले गया। जब तक आसपास के खेतों में काम कर रहे लोग उनकी चीख सुनकर पहुंचे, तब तक उनकी जान जा चुकी थी।


प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) भरत कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि वन विभाग की टीम को तुरंत मौके पर भेजा गया है और पूरे क्षेत्र को घेर लिया गया है। साथ ही, स्थानीय ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।


मृतक किसान दयाराम का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दो महीनों से क्षेत्र में बाघ घूम रहा है और इस संबंध में उन्होंने कई बार वन विभाग से शिकायत की थी, लेकिन अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस घटना के बाद ग्रामीणों और दयाराम के परिवार में गहरा आक्रोश है।