पीयूष गोयल का इजरायल दौरा: व्यापारिक और तकनीकी सहयोग को नई दिशा
पीयूष गोयल का इजरायल दौरा व्यापारिक और तकनीकी सहयोग को नई दिशा देने का संकेत है। इस दौरे में उन्होंने किसानों, MSME और स्थानीय उद्योगों के हितों की सुरक्षा पर जोर दिया। इजरायल के साथ संभावित फ्री ट्रेड डील और 50 अरब डॉलर के मेट्रो प्रोजेक्ट पर चर्चा की गई। गोयल ने ऑटोनॉमस कारों की सुरक्षा तकनीक पर भी विचार साझा किए। जानें इस दौरे की प्रमुख बातें और इसके संभावित प्रभाव।
| Nov 23, 2025, 20:55 IST
पीयूष गोयल का इजरायल दौरा
इन दिनों जेरूशलम में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल का दौरा सुर्खियों में है। विभिन्न देशों के साथ व्यापारिक समझौतों की बातचीत के बीच, उनका यह इजरायल दौरा भारत की आर्थिक और रणनीतिक प्राथमिकताओं को स्पष्ट करता है। वर्तमान में, भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बने विश्वास ने वैश्विक व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने का अवसर प्रदान किया है।
किसानों और MSME के हितों की सुरक्षा
गोयल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विभिन्न देशों के साथ बातचीत करते समय उनकी प्राथमिकता भारत के किसानों, मछुआरों, MSME क्षेत्र और स्थानीय उद्योगों के हितों की सुरक्षा है। उन्होंने यह भी बताया कि मीडिया की निगरानी के बावजूद, उन्हें यह संवाद उपयोगी लगता है, क्योंकि इससे उद्योग और समाज की भावनाओं का पता चलता है, जिससे निर्णय लेना आसान हो जाता है।
इजरायल के साथ फ्री ट्रेड डील
इजरायल के साथ संभावित फ्री ट्रेड डील पर चर्चा करते हुए गोयल ने कहा कि दोनों देशों ने टर्म्स ऑफ रेफरेंस पर हस्ताक्षर कर दिए हैं और अब यह देखा जा रहा है कि इस समझौते को दो चरणों में पूरा किया जा सकता है या नहीं। यह कदम व्यापार और तकनीकी सहयोग को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उन्होंने बताया कि यदि समझौता दो चरणों में होता है, तो पहले चरण में ऐसे अध्याय होंगे जिनका तत्काल लाभ दोनों देशों के व्यापार को मिल सकेगा।
बड़े मेट्रो प्रोजेक्ट का जिक्र
गोयल ने इजरायल में प्रस्तावित 50 अरब डॉलर के मेट्रो प्रोजेक्ट का भी उल्लेख किया, जो तेल अवीव शहर के लिए है और इसमें लगभग 300 किलोमीटर की अंडरग्राउंड टनलिंग शामिल है। उनका कहना है कि इजरायल चाहता है कि भारतीय कंपनियां इस प्रोजेक्ट में भाग लें, क्योंकि भारत ने मेट्रो निर्माण में बड़ा अनुभव हासिल किया है। इससे भारतीय कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में नए अवसर मिलेंगे और रोजगार भी सृजित होगा।
भारत-इजरायल संबंधों की मजबूती
भारत-इजरायल संबंधों पर गोयल ने कहा कि दोनों देशों के बीच भरोसा, तकनीक और नवाचार को लेकर एक मजबूत समझ है। हाईटेक, साइबर सुरक्षा, स्वास्थ्य, AI और अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में साझेदारी दोनों देशों को वैश्विक स्तर पर और मजबूत बना सकती है। उन्होंने इजरायल के मंत्री नीर बरकात के साथ विस्तृत चर्चा की, जिसमें कई परियोजनाओं को जल्द लागू करने पर सहमति बनी।
ऑटोनॉमस कारों की चर्चा
गोयल द्वारा जेरूशलम में ऑटोनॉमस कार चलाने का वीडियो भी वायरल हुआ। इस पर उन्होंने कहा कि भारत में ऐसी गाड़ियों की सुरक्षा फीचर्स का महत्व अधिक है। उन्होंने बताया कि इजरायल में विकसित यह तकनीक यदि भारत जैसे बड़े बाजार में आती है, तो इसकी कीमत कम हो जाएगी और सुरक्षा में सुधार होगा।
दौरे का समापन
कुल मिलाकर, यह दौरा दोनों देशों की व्यापारिक और तकनीकी साझेदारी को नई दिशा देने वाला साबित होता दिख रहा है। सरकार को उम्मीद है कि इसके ठोस परिणाम जल्द देखने को मिलेंगे, जिससे दोनों देशों को लाभ होगा और सहयोग और गहरा होगा।
