पीयूष गोयल का अमेरिका दौरा: व्यापार समझौते की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल 22 सितंबर को अमेरिका का दौरा करेंगे, जहां वे व्यापार वार्ता के लिए एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य एक लाभकारी व्यापार समझौते को अंतिम रूप देना है। अमेरिका द्वारा H-1B वीजा की फीस बढ़ाने और भारतीय सामान पर टैरिफ लगाने के बीच यह यात्रा महत्वपूर्ण है। जानें इस यात्रा का महत्व और व्यापार समझौते की स्थिति के बारे में।
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पीयूष गोयल का अमेरिका दौरा: व्यापार समझौते की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

पीयूष गोयल का अमेरिका दौरा

पीयूष गोयल का अमेरिका दौरा: व्यापार समझौते की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

पीयूष गोयल करेंगे अमेरिका का दौरा

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल 22 सितंबर को अमेरिका की यात्रा पर जाएंगे। शनिवार को जारी सरकारी बयान के अनुसार, वे व्यापार वार्ता के लिए एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। इस प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य अमेरिकी टीम के साथ बातचीत कर एक लाभकारी व्यापार समझौते को शीघ्रता से अंतिम रूप देना है।

गोयल न्यूयॉर्क की यात्रा करेंगे, जहां उनके साथ मंत्रालय के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल और अन्य अधिकारी भी होंगे। 16 सितंबर को अमेरिकी ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव (USTR) की टीम भारत आई थी, जहां व्यापार समझौते पर चर्चा की गई थी और इसे आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया था। अब गोयल अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।

इस यात्रा का महत्व

हाल ही में अमेरिका ने H-1B वीजा की फीस को बढ़ाकर 1 लाख डॉलर कर दिया है, जिससे भारतीय आईटी उद्योग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। भारतीय आईटी उद्योग संघ Nasscom ने चेतावनी दी है कि इससे विदेशी प्रोजेक्ट्स में रुकावट आ सकती है।

यह यात्रा उस समय हो रही है जब अमेरिका ने भारतीय सामान पर 50% टैरिफ लगाया है। इससे पहले, अमेरिका ने भारतीय सामान पर 25% शुल्क और रूस से कच्चा तेल खरीदने पर 25% अतिरिक्त पेनल्टी भी लगाई थी। ऐसे में यह यात्रा व्यापार समझौते के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

व्यापार समझौते की प्रगति

फरवरी 2025 में भारत और अमेरिका के नेताओं ने अधिकारियों को द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर बातचीत करने का निर्देश दिया था, जिसे 2025 के अक्टूबर-नवंबर तक आंशिक रूप से पूरा करने की योजना है। अब तक इस पर 5 दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं।

लक्ष्य है कि 2030 तक दोनों देशों के बीच व्यापार दोगुना होकर 500 अरब डॉलर तक पहुंचे, जबकि वर्तमान में यह 191 अरब डॉलर है।

भारत और अमेरिका के व्यापार संबंध

अमेरिका लगातार चौथे वर्ष भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना हुआ है। 2024-25 में दोनों देशों के बीच कुल 131.84 अरब डॉलर का व्यापार हुआ, जिसमें भारत का निर्यात 86.5 अरब डॉलर का था।

अमेरिका भारत के कुल माल निर्यात का लगभग 18%, आयात का 6.22% और कुल व्यापार का 10.73% हिस्सा है। गोयल ने हाल ही में कहा था कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ताएं सही दिशा में आगे बढ़ रही हैं और जल्द ही सकारात्मक परिणाम सामने आ सकते हैं।