पीएम मोदी की ट्रंप की तारीफ: गाजा में शांति की दिशा में एक कदम

गाजा में शांति की नई उम्मीद

पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप
गाजा, जो 2023 से इजराइल के हमलों का शिकार रहा है, अब राहत की सांस ले रहा है। यह सब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहल के कारण संभव हुआ है। उन्होंने एक शांति योजना तैयार की, जिसे इजराइल और हमास दोनों ने स्वीकार किया है। इस समझौते के बाद ट्रंप को बधाई मिल रही है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनकी सराहना की है।
मोदी ने सोशल मीडिया पर ट्रंप से बातचीत की और उन्हें गाजा शांति योजना की सफलता पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि हम ट्रंप की शांति योजना के पहले चरण के समझौते का स्वागत करते हैं। पीएम मोदी ने 30 सितंबर के बाद चार बार ट्रंप की प्रशंसा की, जिससे यह सवाल उठता है कि वह बार-बार ट्रंप की पीठ क्यों थपथपा रहे हैं।
विपक्ष को संदेश
घर में विरोधियों को मैसेज
फिलिस्तीन के मुद्दे पर मोदी सरकार और पीएम मोदी विपक्ष के निशाने पर रहे हैं। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस विषय पर कई बार लेख लिखे हैं, जिसमें उन्होंने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं। हाल ही में सोनिया ने कहा कि सरकार की प्रतिक्रिया मानवता और नैतिकता की अनदेखी कर रही है। उन्होंने भारत को इस मुद्दे पर नेतृत्व दिखाने की आवश्यकता बताई।
पीएम मोदी ने ट्रंप की प्रशंसा करके विपक्ष को यह संदेश दिया कि उनकी सरकार गाजा में शांति की पक्षधर है। इस मुद्दे पर सरकार ने संतुलित दृष्टिकोण अपनाया है, जिससे न तो इजराइल नाराज हुआ और न ही फिलिस्तीन। पीएम मोदी ने हमास के प्रति भी स्पष्ट रुख रखा है, यह बताते हुए कि आतंकवाद को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
व्यक्तिगत संबंधों की मजबूती
दोस्ती में नहीं आने दी दरार
ट्रंप की प्रशंसा करके पीएम मोदी यह भी दर्शा रहे हैं कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव के बावजूद उनकी व्यक्तिगत मित्रता बरकरार है। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका द्वारा भारत पर उच्च टैरिफ लगाए जाने के बाद मोदी की कूटनीति का एक महत्वपूर्ण पहलू ट्रंप के साथ उनके व्यक्तिगत संबंधों को संतुलित करना रहा है।
ट्रंप इस बात से नाराज थे कि भारत ने पाकिस्तान के साथ सीजफायर में उनकी भूमिका को सार्वजनिक रूप से स्वीकार नहीं किया। गाजा पर चार बार ट्रंप की प्रशंसा करना एक महत्वपूर्ण संदेश है, खासकर जब पाकिस्तान अमेरिका के करीब जा रहा है। यह उन मुस्लिम देशों के लिए भी एक संकेत है जो मानते हैं कि भारत इजराइल के साथ संबंधों के कारण गाजा में उसके कार्यों का समर्थन कर रहा है।
ग्लोबल लीडर के रूप में पहचान
शांति के दूत पीएम मोदी
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पीएम मोदी की पहचान तेजी से बढ़ रही है। उन्हें एक वैश्विक नेता के रूप में जाना जाता है, जो शांति की बात करते हैं। उन्होंने गाजा में शांति का समर्थन किया है और यूक्रेन में भी शांति के पक्षधर रहे हैं। हाल ही में ब्रिटिश पीएम के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि भारत यूक्रेन संघर्ष में शांति बहाल करने के सभी प्रयासों का समर्थन करता है।
पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अपने मजबूत संबंध बनाए रखे हैं, जबकि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को भी यह विश्वास दिलाया है कि भारत उनके साथ खड़ा है। उन्होंने जेलेंस्की से कई बार फोन पर बात की है।