पिनराई विजयन ने 130वें संविधान संशोधन पर भाजपा की रणनीति की आलोचना की

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने हाल ही में लोकसभा में पेश किए गए 130वें संविधान संशोधन विधेयक पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे भाजपा की एक नई रणनीति बताया, जिसका उद्देश्य गैर-भाजपा सरकारों को अस्थिर करना है। विजयन ने आरोप लगाया कि भाजपा राजनीतिक विरोधियों को फंसाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने लोकतंत्र की रक्षा के लिए सभी वर्गों से आवाज उठाने की अपील की है।
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पिनराई विजयन ने 130वें संविधान संशोधन पर भाजपा की रणनीति की आलोचना की

मुख्यमंत्री का बयान

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बुधवार को कहा कि लोकसभा में प्रस्तुत 130वां संविधान संशोधन विधेयक, भाजपा की एक नई रणनीति है जिसका उद्देश्य गैर-भाजपा सरकारों को निशाना बनाना है।


उन्होंने एक बयान में बताया कि संघ परिवार की यह नई पहल केंद्र सरकार द्वारा गैर-भाजपा सरकारों को अस्थिर करने के लिए उठाए गए राजनीतिक कदमों का हिस्सा है।


मुख्यमंत्री ने कहा, 'यह प्रतिशोध की राजनीति है, जिसमें केंद्रीय जांच एजेंसियों का उपयोग राजनीतिक विरोधियों को फंसाने के लिए किया जा रहा है।' उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार पहले से ही केंद्रीय एजेंसियों को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है ताकि राज्य सरकारों को कमजोर किया जा सके।


विपक्षी नेताओं पर हमले

विजयन ने यह आरोप लगाया कि इस प्रक्रिया में विपक्षी दलों के मुख्यमंत्रियों और अन्य नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है जो देश में संवैधानिक जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं।


उन्होंने कहा कि भाजपा 'नव-फासीवादी' राजनीति का एक नया प्रयोग कर रही है, जिसमें विपक्षियों को झूठे मामलों में फंसाना और फिर उन्हें अयोग्य घोषित करना मुख्य उद्देश्य है।


मुख्यमंत्री ने भाजपा से यह स्पष्ट करने का भी आग्रह किया कि भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तार लोग यदि भाजपा में शामिल हो जाएं, तो उन्हें संत क्यों माना जाता है।


लोकतंत्र की रक्षा

विजयन ने कहा कि लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले सभी वर्गों के लोगों को केंद्र और संघ परिवार की 'गैर-लोकतांत्रिक' पहलों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र और संघ परिवार हमेशा राजनीतिक विपक्ष को निशाना बनाते हैं।