बिजनौर के तिसोतरा गांव में एक चौंकाने वाली घटना में सुभाष नामक व्यक्ति ने अपने बेटे सौरभ की हत्या कर दी। सुभाष की पुत्रवधू पर उसकी बुरी नजर थी, जिसके विरोध पर उसने अपने बेटे की जान ले ली। सुभाष का मानना था कि यदि वह अपने बेटे को मार देगा, तो वह अपनी बहु को हासिल कर सकेगा। इस घटना से सौरभ की पत्नी का हाल बेहाल है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
15 नवंबर को नांगलसोती के तिसोतरा गांव में सौरभ का शव उसके पिता के खेत से मिला। सौरभ 12 नवंबर से लापता था। पहले तो यह कहा गया कि उसकी मौत गुलदार के हमले से हुई, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद सच्चाई सामने आई। पुलिस ने सुभाष को गिरफ्तार कर लिया, जिसने हत्या की बात स्वीकार कर ली।
सौरभ की पत्नी ने पुलिस को बताया कि उनका विवाह छह साल पहले हुआ था, लेकिन उनके कोई बच्चे नहीं हुए। ससुर सुभाष की बुरी नजर के कारण घर में विवाद बढ़ गया। सौरभ ने जब इसका विरोध किया, तो सुभाष ने अपने बेटे को मारने की योजना बनाई। 12 नवंबर को सुभाष ने अपने बेटे को खेत में बुलाकर उसकी हत्या कर दी। थाना प्रभारी सतेंद्र मलिक ने कहा कि हत्या में इस्तेमाल किया गया फावड़ा और तमंचा बरामद कर लिया गया है।
सुभाष ने पहले अपने बेटे पर गोली चलाई, लेकिन वह मिस हो गई। इसके बाद उसने फावड़े से हमला किया। सौरभ ने अपने पिता को पुकारा, लेकिन सुभाष पर कोई असर नहीं हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर और गले पर धारदार हथियार के निशान पाए गए हैं।
हत्यारे पिता ने पुलिस को सूचित किए बिना ही सौरभ का शव घर ले जाकर अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा था, लेकिन पुलिस समय पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
