पाकिस्तानी नागरिक की जॉर्जिया में अपमानजनक अनुभव

एक पाकिस्तानी नागरिक ने जॉर्जिया के कुटैसी एयरपोर्ट पर अपने साथ हुई अपमानजनक घटना का वर्णन किया है। उन्हें और उनके मित्र को केवल उनकी राष्ट्रीयता के कारण प्रवेश से वंचित कर दिया गया और 12 घंटे तक बंद रखा गया। इस घटना ने उनके मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डाला। जानें इस अनुभव के बारे में और क्या हुआ जब उन्होंने जॉर्जिया में प्रवेश करने की कोशिश की।
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पाकिस्तानी नागरिक की जॉर्जिया में अपमानजनक अनुभव

पाकिस्तानी नागरिक का अनुभव

संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले एक पाकिस्तानी नागरिक ने जॉर्जिया के कुटैसी एयरपोर्ट पर अपने साथ हुई एक दुखद घटना का वर्णन किया है। उन्होंने बताया कि उन्हें और उनके मित्र को केवल उनकी राष्ट्रीयता के कारण प्रवेश से वंचित कर दिया गया। इसके अलावा, उन्हें 12 घंटे तक एक कमरे में बंद रखा गया, जिससे उनकी गरिमा को ठेस पहुंची।


रेडिट पर चेतावनी

एक विस्तृत पोस्ट में, इस व्यक्ति ने अन्य पाकिस्तानियों को जॉर्जिया यात्रा से बचने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि वह छुट्टियों का आनंद लेने के लिए उत्सुक थे, लेकिन कुटैसी एयरपोर्ट पर उतरते ही उनकी स्थिति एक बुरे सपने में बदल गई।


वीजा मुक्त प्रवेश की उम्मीद

जॉर्जिया, यूएई के नागरिकों को वीजा मुक्त प्रवेश की अनुमति देता है, जिससे वे 90 दिनों तक बिना वीजा के रह सकते हैं। हालांकि, पाकिस्तानी नागरिक के पास यूएई का निवास परमिट था, इसलिए उन्होंने सोचा कि उन्हें भी बिना किसी समस्या के जॉर्जिया में प्रवेश मिलेगा। लेकिन उनकी यह धारणा गलत साबित हुई।


पासपोर्ट छीनने की घटना

जब उन्होंने एयरपोर्ट अधिकारियों को बताया कि वे पाकिस्तानी हैं, तो उनके पासपोर्ट छीन लिए गए। इसके बाद अधिकारियों ने उन्हें एक कोने में खड़ा कर उनकी तस्वीरें खींची, जो उनके लिए अत्यंत अपमानजनक था।


मानसिक तनाव और अपमान

उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि उन्होंने पहले से ही फ्लाइट, होटल और अन्य चीजों के लिए भुगतान कर दिया था। आर्थिक नुकसान के साथ-साथ उन्हें मानसिक तनाव और अपमानजनक व्यवहार का सामना करना पड़ा। कई अन्य उपयोगकर्ताओं ने भी अपने अनुभव साझा किए, जिसमें एक ने लिखा कि पाकिस्तानी होना एक कलंक है।


जॉर्जिया में प्रवेश से मना करने का कारण

इसके बाद, उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया गया। 20 मिनट बाद एक महिला अधिकारी आई और कहा कि उन्हें जॉर्जिया में प्रवेश नहीं दिया जाएगा, लेकिन कारण नहीं बताया। उन्होंने कहा कि उनके दस्तावेज सही थे और उन्होंने कोई गलत व्यवहार नहीं किया, फिर भी उन्हें 12 घंटे तक बंद रखा गया। जब उन्होंने पाकिस्तान के दूतावास से संपर्क करने की कोशिश की, तो अधिकारियों ने उनका फोन छीन लिया। इस दौरान उन्हें खाने-पीने के लिए भी कुछ नहीं दिया गया।