पाकिस्तानी कपल की अनोखी प्रेम कहानी: उमर और लुबना की शादी

उमर और लुबना की प्रेम कहानी एक अनोखी यात्रा है, जिसमें लुबना चार बच्चों की मां हैं और उन्होंने उमर से शादी की है। इस कपल की कहानी ने सोशल मीडिया पर धूम मचा रखी है। जानें कैसे उन्होंने अपने रिश्ते को मजबूत बनाया और समाज की चुनौतियों का सामना किया। उनका यूट्यूब वीडियो भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
 | 
पाकिस्तानी कपल की अनोखी प्रेम कहानी: उमर और लुबना की शादी

एक अनोखी प्रेम कहानी

पाकिस्तानी कपल की अनोखी प्रेम कहानी: उमर और लुबना की शादी


उमर और लुबना की प्रेम कहानी इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। यह कहानी इसलिए खास है क्योंकि लुबना पहले से चार बच्चों की मां हैं और अब उन्होंने उमर से विवाह कर लिया है।


यह कपल भारतीय नहीं, बल्कि पाकिस्तानी है। उनके एक वीडियो ने सोशल मीडिया पर धूम मचा रखी है, जो यूट्यूब पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दोनों को बातचीत करते हुए देखा जा सकता है।


बातचीत और गाने का समर्पण

लुबना और उमर ने एक-दूसरे के साथ कई सवालों के जवाब दिए। इस दौरान उमर ने एक बॉलीवुड गाना गाया, जिसमें उन्होंने कहा, ‘जब कोई बात बिगड़ जाए, जब कोई मुश्किल आ जाए, तुम देना साथ मेरा…’। यह गाना उन्होंने लुबना के लिए समर्पित किया।


एक यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए लुबना ने उमर की तारीफ की और कहा कि वह उनकी हर इच्छा पूरी करते हैं। हालांकि, कभी-कभी वह शुरुआत में मना कर देते हैं, लेकिन अंततः उनकी सभी मांगें पूरी होती हैं।


शादी की चुनौतियाँ

लुबना और उमर की शादी आसान नहीं थी। लुबना ने बताया कि उन्हें शादी को लेकर कई ताने सुनने पड़े। लोगों ने कहा कि वे एक-दूसरे को छोड़ देंगे, लेकिन अब उनकी शादी को चार साल हो चुके हैं।


उमर और लुबना अब फैसलाबाद में रहते हैं, जबकि पहले वे गुजरांवाला में थे। उमर न केवल लुबना के साथ अच्छे संबंध में हैं, बल्कि वह उनके बच्चों से भी प्यार करते हैं।


परिवार की प्रतिक्रिया


जब उमर से पूछा गया कि क्या उन्हें नहीं लगता कि उन्होंने शादी करके अपने माता-पिता का दिल दुखाया है, तो उन्होंने कहा कि जब माता-पिता बीच में आते हैं, तो चीजें जटिल हो जाती हैं। उनके माता-पिता उनकी दूसरी शादी करवाना चाहते थे, इसलिए उन्होंने फैसलाबाद में रहने का निर्णय लिया।


उमर ने कहा कि वह नहीं चाहते थे कि उनके माता-पिता दुखी हों और न ही वह लुबना को किसी परेशानी में देखना चाहते थे। उन्होंने यह भी बताया कि बच्चों ने पिता के रिश्ते को नहीं देखा था, क्योंकि लुबना पहली शादी के बाद अपने मायके में रहती थीं।