पाकिस्तान ने ईरानी परमाणु स्थलों पर अमेरिकी हमलों की निंदा की

पाकिस्तान ने हाल ही में ईरान के परमाणु स्थलों पर अमेरिकी हवाई हमलों की निंदा की है, यह कहते हुए कि ये हमले अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करते हैं। विदेश मंत्रालय ने क्षेत्र में बढ़ते तनाव को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। बयान में ईरान के आत्मरक्षा के अधिकार की पुष्टि की गई है और सभी पक्षों से अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने की अपील की गई है। ट्रंप ने भी चेतावनी दी है कि यदि ईरान शांति समझौते पर सहमत नहीं होता है, तो और कार्रवाई की जा सकती है।
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पाकिस्तान ने ईरानी परमाणु स्थलों पर अमेरिकी हमलों की निंदा की

पाकिस्तान की आधिकारिक प्रतिक्रिया

रविवार को पाकिस्तान ने ईरान के परमाणु स्थलों पर अमेरिकी हमलों की कड़ी निंदा की, यह कहते हुए कि ये हमले अंतरराष्ट्रीय कानून के सभी मानदंडों का उल्लंघन करते हैं। यह बयान हाल ही में अमेरिका द्वारा किए गए हवाई हमलों के बाद आया है, जिसमें ईरान के तीन महत्वपूर्ण परमाणु स्थलों को निशाना बनाया गया, जिनमें फोर्डो भी शामिल है, जो यूरेनियम को 60 प्रतिशत तक समृद्ध करने का मुख्य स्थान है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि इस्लामाबाद क्षेत्र में तनाव बढ़ने की संभावनाओं को लेकर "गंभीर" चिंतित है।


अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन

बयान में कहा गया है, "पाकिस्तान ईरानी परमाणु स्थलों पर अमेरिकी हमलों की निंदा करता है, जो इजरायल द्वारा किए गए हमलों की श्रृंखला के बाद हुए हैं। हम क्षेत्र में तनाव बढ़ने की संभावनाओं को लेकर गंभीर रूप से चिंतित हैं। हम दोहराते हैं कि ये हमले अंतरराष्ट्रीय कानून के सभी मानदंडों का उल्लंघन करते हैं और ईरान को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत आत्मरक्षा का वैध अधिकार है।"


क्षेत्रीय स्थिरता की आवश्यकता

उन्होंने आगे कहा, "ईरान के खिलाफ चल रही आक्रामकता के कारण तनाव और हिंसा की अभूतपूर्व वृद्धि बेहद चिंताजनक है। तनाव में कोई और वृद्धि क्षेत्र और उससे परे गंभीर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।" मंत्रालय ने नागरिक जीवन और संपत्तियों का सम्मान करने की आवश्यकता पर जोर दिया और तुरंत संघर्ष समाप्त करने की अपील की। सभी पक्षों को अंतरराष्ट्रीय कानून, विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी कानून का पालन करना चाहिए।


ट्रंप की चेतावनी

इस बीच, नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन द्वारा निर्मित बी-2 स्पिरिट बमवर्षकों ने नतंज, इस्फहान और फोर्डो में परमाणु स्थलों पर हमला किया। ट्रंप ने अपने पहले सार्वजनिक बयान में चेतावनी दी कि यदि तेहरान संतोषजनक शांति समझौते पर सहमत नहीं होता है, तो वह और कार्रवाई का आदेश दे सकते हैं। उन्होंने कहा, "ईरान के लिए या तो शांति होगी या फिर पिछले आठ दिनों में देखी गई त्रासदी से कहीं अधिक बड़ी त्रासदी होगी।"


इजरायली सहयोग की सराहना

ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "यह जारी नहीं रह सकता। ईरान के लिए या तो शांति होगी या फिर पिछले आठ दिनों में देखी गई त्रासदी से कहीं अधिक बड़ी त्रासदी होगी। याद रखें, कई लक्ष्य अभी बाकी हैं।" उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का भी धन्यवाद किया और कहा, "हमने एक टीम के रूप में काम किया है जैसे शायद कोई टीम पहले कभी नहीं की।"