पाकिस्तान ने इटली को शांति निर्माता के रूप में देखा

पाकिस्तान का इटली की ओर ध्यान
पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने संबंधों में सुधार की उम्मीद जताते हुए इटली की ओर रुख किया है। सूचना और प्रसारण मंत्री अताउल्ला तारड़ ने इटली को क्षेत्रीय और वैश्विक अशांति के समय में एक संभावित 'शांति निर्माता' के रूप में वर्णित किया। उन्होंने कहा कि यदि इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी मध्यस्थता का कार्यभार संभालें, तो भारत और पाकिस्तान के बीच स्थायी शांति की संभावना बढ़ सकती है। यह बयान उन्होंने इस्लामाबाद में इटली के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर दिए गए कार्यक्रम में दिया, जहां दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया गया।
पाकिस्तान और इटली के बीच 75 साल का रिश्ता
तारड़ ने बताया कि पाकिस्तान और इटली के बीच 75 वर्षों का राजनयिक संबंध है, जो समय के साथ और भी मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा कि हम इटली के साथ भरोसे और सहयोग पर आधारित संबंधों को व्यापार, निवेश, सुरक्षा, शिक्षा और प्रवासन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बहुआयामी साझेदारी में बदलना चाहते हैं।
संवाद और सहयोग की निरंतरता
पाक मंत्री ने बताया कि पिछले महीने इटली के गृह मंत्री ने पाकिस्तान का दौरा किया था, जहां प्रवासन और श्रम गतिशीलता पर एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस दौरे ने यह स्पष्ट किया कि मौजूदा तनावपूर्ण माहौल के बावजूद, हमारे आपसी संबंध कितने मजबूत हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में इटली का महत्व
तारड़ ने कहा कि इटली हमेशा से पाकिस्तान का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार रहा है, और दोनों देशों के बीच व्यापार 1 अरब डॉलर से अधिक हो चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि कई प्रमुख इटैलियन कंपनियां पाकिस्तान में सक्रिय हैं। वर्तमान में, इटली, विशेषकर यूरोपीय संघ में, पाकिस्तानी छात्रों के लिए एक प्रमुख शिक्षा केंद्र बन चुका है। लगभग 3500 पाकिस्तानी छात्र इटली में पढ़ाई कर रहे हैं, जिनमें से अधिकांश रोम स्थित 'ला सपिएन्ज़ा यूनिवर्सिटी' में अध्ययन कर रहे हैं।