पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ईरान के प्रति समर्थन व्यक्त किया, इजरायली हमलों की निंदा की

पाकिस्तान का ईरान के प्रति समर्थन
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रूस और चीन के बाद ईरान के प्रति अपने देश की अडिग एकता व्यक्त की। उन्होंने ईरान के राष्ट्रपति डॉ. मसूद पेज़ेश्कियन से बातचीत की और इजरायली हमले को 'उकसाने वाला' बताया, साथ ही मुस्लिम दुनिया से एकजुट होने की अपील की।
इजरायल द्वारा हवाई हमले
इजरायल ने 13 जून को हवाई हमले किए
इजरायल ने 13 जून को ईरान पर हवाई हमले किए, जिसमें कई वरिष्ठ सैन्य कमांडर और वैज्ञानिक मारे गए। ईरान ने भी मिसाइलों के माध्यम से जवाबी कार्रवाई की और बंदरगाहों तथा अन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया।
इजरायली हमलों की आलोचना
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने इजरायली हवाई हमलों की आलोचना करते हुए कहा कि ये हमले अंतरराष्ट्रीय कानूनों और संयुक्त राष्ट्र के चार्टर का स्पष्ट उल्लंघन हैं। उन्होंने X पर एक पोस्ट में कहा कि ईरान को अपने बचाव का अधिकार है, जैसा कि यूएन चार्टर के अनुच्छेद 51 में उल्लेखित है।
सऊदी क्राउन प्रिंस की ईरान के राष्ट्रपति से बातचीत
सऊदी क्राउन प्रिंस ने ईरान के राष्ट्रपति से फोन पर बात की
दूसरी ओर, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियन से टेलीफोन पर बातचीत की।
सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार, क्राउन प्रिंस ने शनिवार को इस बातचीत में इजरायली हमलों के परिणामस्वरूप जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
इजरायली हमलों का प्रभाव
उन्होंने इन हमलों की निंदा की, जो ईरान की संप्रभुता और सुरक्षा का उल्लंघन करते हैं और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करते हैं।
क्राउन प्रिंस ने कहा कि ये हमले चल रही वार्ता को बाधित कर रहे हैं और तनाव कम करने के प्रयासों में रुकावट डाल रहे हैं। उन्होंने बल प्रयोग के बजाय संवाद को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इजरायल की चेतावनी
‘आपकी जान खतरे में है’
इससे पहले, इजरायल रक्षा बलों के फारसी भाषा के सोशल मीडिया अकाउंट ने ईरानियों को चेतावनी दी कि वे रविवार सुबह अपने घरों को खाली कर दें।
इजरायल के प्रेस सेवा ने बताया कि यह कदम तेहरान पर दबाव बढ़ाने के लिए है और नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए उठाया गया है।
इजरायल की चेतावनी का संदेश
IDF के फारसी अकाउंट ने ईरानियों को निर्देश दिया, "जो लोग वर्तमान में या निकट भविष्य में सैन्य हथियार उत्पादन फैक्ट्रियों और उनके समर्थन संस्थानों के आसपास हैं, उन्हें तुरंत इन क्षेत्रों को छोड़ देना चाहिए और आगे की सूचना तक वापस नहीं आना चाहिए।"
उन्होंने यह भी जोड़ा, "इस बुनियादी ढांचे के पास आपकी उपस्थिति आपकी जान को खतरे में डालती है।"