पाकिस्तान के झूठे दावों का पर्दाफाश: सैटेलाइट इमेज से खुलासा

पाकिस्तान ने आदमपुर और भुज एयरबेस पर हमले का दावा किया था, लेकिन सैटेलाइट इमेज से यह साबित हुआ कि ये दावे झूठे हैं। प्रमुख इमेजरी विश्लेषक डेमियन साइमन ने खुलासा किया कि पाकिस्तान ने चीनी सैटेलाइट फर्म की मदद से तस्वीरों में छेड़छाड़ की। जानें कैसे इन तस्वीरों ने पाकिस्तान के दावों की सच्चाई को उजागर किया और क्या है असली स्थिति।
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पाकिस्तान के झूठे दावों का पर्दाफाश: सैटेलाइट इमेज से खुलासा

पाकिस्तान के दावों की सच्चाई


पाकिस्तान की एक नई करतूत सामने आई है, जिसमें उसने आदमपुर और भुज एयरबेस पर हमले का दावा किया था। हाल ही में जारी तस्वीरों ने पाकिस्तान के इस दावे को पूरी तरह से बेनकाब कर दिया है। पाकिस्तान ने कहा था कि उसने भारत के आदमपुर एयरबेस पर सुखोई-30 और भुज एयरबेस पर एस-400 को नुकसान पहुंचाया है। इसके समर्थन में उसने सैटेलाइट इमेज में छेड़छाड़ कर नकली तस्वीरें प्रस्तुत की थीं। इस पर प्रमुख इमेजरी विश्लेषक डेमियन साइमन ने पाकिस्तान की पोल खोल दी।


साइमन ने बताया कि पाकिस्तान ने चीनी सैटेलाइट कंपनी की मदद से तस्वीरों में हेरफेर की। उन्होंने कहा कि इन तस्वीरों का विश्लेषण करने पर पता चला कि ये तस्वीरें संघर्ष से पहले की हैं, जिसमें नियमित रखरखाव के दौरान मिग-29 को दिखाया गया था। इंजन के परीक्षण के कारण वहां कालिख बनी थी, जबकि पाकिस्तान ने इसे हमले के बाद की राख बताया।


भुज में एस-400 रडार सिस्टम को नष्ट करने का दावा करते हुए पाकिस्तान ने एक और तस्वीर साझा की। इस तस्वीर में सैन्य बेस पर काले धब्बे दिखाई दे रहे थे, जो वास्तव में तेल के धब्बे या वाहन रखरखाव से संबंधित थे। यह तस्वीर भी भारत-पाकिस्तान के बीच टकराव से पहले की थी और इसका किसी हमले से कोई संबंध नहीं था।


जम्मू के एयरपोर्ट पर हमले का दावा भी झूठा निकला। साइमन ने बताया कि श्रीनगर एयरपोर्ट पर नागरिक एप्रन की धुंधली छवि का उपयोग बमबारी के नुकसान का संकेत देने के लिए किया गया था। विभिन्न दिनों में ली गई स्पष्ट सैटेलाइट छवियों से यह स्पष्ट हुआ कि साइट में कोई बदलाव नहीं आया।


पाकिस्तान द्वारा प्रस्तुत तस्वीरें गलत तरीके से पेश की गई थीं। नलिया एयरबेस की एक तस्वीर में रनवे के आसपास की मिट्टी काली दिखाई दे रही थी, जो बमबारी का संकेत देती है। लेकिन उच्च गुणवत्ता की तस्वीरों की समीक्षा करने पर यह पुष्टि हुई कि वहां कोई हमला नहीं हुआ। एयरबेस का बुनियादी ढांचा पूरी तरह से सुरक्षित है।


पाकिस्तान ने आदमपुर में एस-400 बैटरी को निशाना बनाने का दावा किया था। सैटेलाइट इमेज को अत्यधिक संपादित किया गया था, जिसमें काले धब्बे लगाए गए थे ताकि मिसाइल के प्रभाव के गड्ढों का आभास हो सके। साइमन ने कहा कि मौजूदा सैटेलाइट इमेजरी से तुलना करने पर, उस स्थान पर कोई निशान या क्षति नहीं दिखाई दी। यह जानबूझकर की गई हेराफेरी का एक और उदाहरण था।