पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री ने भारत से संघर्ष विराम की मांग की पुष्टि की

पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने हाल ही में एक साक्षात्कार में स्वीकार किया कि पाकिस्तान को भारत से संघर्ष विराम की मांग करने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने बताया कि भारत ने पिछले महीने उनके दो एयरबेस पर हमले किए थे। इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान की नेतृत्व ने भारत के जवाबी हमलों के बाद स्थिति को सामान्य करने के लिए बातचीत की। जानें इस ऑपरेशन सिंदूर के बारे में और पाकिस्तान की प्रतिक्रिया के बारे में।
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पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री ने भारत से संघर्ष विराम की मांग की पुष्टि की

पाकिस्तान की स्थिति पर उप प्रधानमंत्री का बयान

पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने एक टेलीविजन साक्षात्कार में स्वीकार किया कि पाकिस्तानी बलों को भारत से संघर्ष विराम की मांग करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जब भारत ने पिछले महीने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उनके दो एयरबेस पर हमला किया। उन्होंने बताया कि भारत ने रावलपिंडी के नूर खान एयर बेस और पंजाब के शोरकोट एयर बेस पर हमला किया।


डार ने यह भी बताया कि उन्हें अमेरिका और सऊदी अरब के मंत्रियों से संपर्क करना पड़ा, जिन्होंने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बात की।



डार का यह बयान एक पाकिस्तानी चैनल पर दिखाता है कि पाकिस्तान पर भारी दबाव था, और उनकी नेतृत्व ने भारत के पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब को देखकर किसी भी तरह से स्थिति को सामान्य करने के लिए चर्चा की। नूर खान एयरबेस को इस्लामाबाद और रावलपिंडी के बीच एक रणनीतिक एयरबेस माना जाता है।


नूर खान एयरबेस के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। भारतीय हमलों की गंभीरता ने पाकिस्तान के नेतृत्व और मीडिया के लिए स्थिति को स्वीकार करना कठिन बना दिया है।


ऑपरेशन सिंदूर का विवरण

भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए भयानक आतंकवादी हमले के जवाब में 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर में आतंकवादी ढांचों पर हमले किए। पाकिस्तान ने बिना किसी कारण के कई बार उत्तेजना बढ़ाई, जिसे भारत ने प्रभावी ढंग से नाकाम किया।


भारत ने यह स्पष्ट किया कि यह ऑपरेशन समाप्त नहीं हुआ है और यह आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृष्टिकोण में एक नए सामान्य का संकेत है, यह बताते हुए कि पाकिस्तान को नई वास्तविकता को स्वीकार करना होगा और सामान्य व्यापार की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।