पाकिस्तान का पासपोर्ट: दुनिया में चौथा सबसे कमजोर, केवल 31 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा

पाकिस्तान का पासपोर्ट वैश्विक रैंकिंग में चौथे स्थान पर

पाकिस्तान का पासपोर्ट दुनिया में चौथा सबसे खराब
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स द्वारा जारी की गई नई वैश्विक रैंकिंग में यह स्पष्ट हुआ है कि पाकिस्तान का पासपोर्ट लगातार चौथे वर्ष दुनिया के सबसे कमजोर पासपोर्टों में से एक बना हुआ है। इस सूची में सिंगापुर जैसे देशों के नागरिकों को वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा प्राप्त है, जबकि पाकिस्तान के नागरिकों को केवल 31 देशों में ही बिना वीजा के प्रवेश की अनुमति है।
पाकिस्तान की रैंकिंग और अन्य देशों की स्थिति
इस वर्ष पाकिस्तानी पासपोर्ट को 103वें स्थान पर रखा गया है, जो यमन के साथ संयुक्त रूप से है। यह रैंकिंग पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि यह इसे दुनिया का चौथा सबसे कमजोर पासपोर्ट बनाती है।
इस सूची में पाकिस्तान से नीचे केवल तीन देश हैं: इराक 104वें स्थान पर है, जिसके नागरिक 29 देशों में बिना वीजा के जा सकते हैं; सीरिया 105वें स्थान पर है, जो केवल 26 गंतव्यों तक वीजा-मुक्त पहुंच प्रदान करता है; और अफगानिस्तान 106वें स्थान पर है, जिसके पासपोर्ट धारक केवल 24 देशों की यात्रा बिना वीजा के कर सकते हैं।
एशियाई देशों का दबदबा
इस सूची में एशियाई देशों का दबदबा देखने को मिलता है। सिंगापुर ने एक बार फिर शीर्ष स्थान पर कब्जा जमाया है, जिसके पासपोर्ट को 193 गंतव्यों तक वीजा-मुक्त पहुंच प्रदान की जाती है।
दक्षिण कोरिया 190 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि जापान 189 गंतव्यों के साथ तीसरे स्थान पर है।
अमेरिका और ब्रिटेन की रैंकिंग में गिरावट
इस वर्ष की रैंकिंग में अमेरिका और ब्रिटेन जैसे शक्तिशाली देशों की रैंकिंग में गिरावट देखी गई है। अमेरिका अब 12वें स्थान पर है, जबकि ब्रिटिश पासपोर्ट आठवें स्थान पर गिर गया है।
भारत की रैंकिंग में भी कमी
भारत की रैंकिंग भी गिरकर 85वें स्थान पर आ गई है, जिससे भारतीय नागरिकों को केवल 57 देशों में बिना वीजा के यात्रा करने की अनुमति है।