पहलगाम आतंकी हमले में एनआईए ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पहलगाम में हुए एक भयानक आतंकी हमले के सिलसिले में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। गिरफ्तार आरोपियों ने हमले में शामिल आतंकवादियों की पहचान की है और यह भी बताया है कि ये आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे। एनआईए की जांच में यह गिरफ्तारी एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है।
Jun 22, 2025, 11:31 IST
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पहलगाम में आतंकी हमले की जांच में प्रगति
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पहलगाम में हुए एक भयानक आतंकी हमले के सिलसिले में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। यह हमला दक्षिण कश्मीर के एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पर हुआ था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकांश पर्यटक शामिल थे, और 16 अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान परवेज अहमद जोथर और बशीर अहमद जोथर के रूप में हुई है, जो पहलगाम के निवासी हैं।
एनआईए के अनुसार, इन गिरफ्तार व्यक्तियों ने हमले में शामिल तीन सशस्त्र आतंकवादियों की पहचान की है और यह भी बताया है कि ये आतंकवादी प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े पाकिस्तानी नागरिक थे। जांच में यह भी सामने आया है कि परवेज और बशीर ने हमले से पहले हिल पार्क में आतंकवादियों को शरण दी थी। उन्होंने आतंकवादियों को भोजन, आश्रय और अन्य आवश्यक सामग्री प्रदान की थी, जिससे यह हमला और भी भयानक बन गया।
गिरफ्तार किए गए परवेज और बशीर ने यह भी पुष्टि की है कि हमले में शामिल आतंकवादी धार्मिक पहचान के आधार पर पर्यटकों को निशाना बना रहे थे। एनआईए ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 19 के तहत इन दोनों को गिरफ्तार किया है। यह मामला 22 अप्रैल 2025 को हुए हमले के बाद दर्ज किया गया था, और एनआईए इसकी गहन जांच कर रही है।
इस साल 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी। एनआईए ने इस मामले की जांच अपने हाथ में ली थी और अब तक कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त की हैं। यह गिरफ्तारी एजेंसी की सबसे बड़ी सफलताओं में से एक मानी जा रही है, क्योंकि इससे हमले के पीछे के आतंकवादियों की पहचान स्थापित करने में मदद मिली है।