पश्चिम बंगाल विधानसभा में आतंकवाद के खिलाफ सशस्त्र बलों की सराहना

पश्चिम बंगाल विधानसभा ने मंगलवार को एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता की सराहना की गई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले पर केंद्र सरकार की आलोचना की और सुरक्षा बलों की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को सत्ता से हट जाना चाहिए, क्योंकि वह देशवासियों को सुरक्षा प्रदान करने में असफल रही है। बनर्जी ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि इसका कोई धर्म नहीं होता और उन्होंने हमले में शामिल आतंकवादियों को न्याय के कठघरे में लाने की मांग की।
 | 
पश्चिम बंगाल विधानसभा में आतंकवाद के खिलाफ सशस्त्र बलों की सराहना

पश्चिम बंगाल विधानसभा का प्रस्ताव

पश्चिम बंगाल विधानसभा ने मंगलवार को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता की प्रशंसा की गई, जो देश की पश्चिमी सीमा पर आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले करने में सक्षम हैं। हालांकि, पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणियों के कारण सदन में हंगामा हुआ। प्रस्ताव में सशस्त्र बलों के 'राष्ट्र की सुरक्षा में अटूट साहस' की सराहना की गई और इसे बिना किसी विरोध के पारित किया गया। दिलचस्प बात यह है कि प्रस्ताव में 'ऑपरेशन सिंदूर' का उल्लेख नहीं किया गया, लेकिन सात मई को पाकिस्तान के कुछ हिस्सों और पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर में किए गए हमलों का जिक्र किया गया।


ममता बनर्जी की आलोचना

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले पर केंद्र सरकार को निशाना बनाते हुए, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा नीत केंद्र को सत्ता से हट जाना चाहिए, क्योंकि वह देशवासियों को सुरक्षा प्रदान करने में असफल रही है। उन्होंने इस हमले को केंद्र सरकार की पूर्ण विफलता और लापरवाही का परिणाम बताया और सुरक्षा बलों की अनुपस्थिति पर सवाल उठाया। 22 अप्रैल को हुए इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकांश पर्यटक शामिल थे।


सुरक्षा बलों की अनुपस्थिति पर सवाल

मुख्यमंत्री ने विधानसभा में प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि आतंकवादी हमले के समय घटनास्थल पर कोई सुरक्षा बल या पुलिस कर्मी मौजूद नहीं थे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के पास पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) को नियंत्रण में लेने का अवसर था। बनर्जी ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म या जाति नहीं होती। उन्होंने पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों को न्याय के कठघरे में लाने की मांग की।


सैन्य कार्रवाई की सराहना

बनर्जी ने भारत की सैन्य कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि पाकिस्तान को सबक सिखाने की आवश्यकता है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह चुनावों के मद्देनजर सशस्त्र बलों की वीरता को राजनीतिक रंग दे रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए, तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ने कहा कि मोदी केवल अपने प्रचार में व्यस्त हैं।