पश्चिम बंगाल में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, ED ने की बड़ी कार्रवाई

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में ईडी ने 1.01 करोड़ रुपये नकद, दो लग्जरी गाड़ियां और कई डिजिटल उपकरण जब्त किए हैं। रैकेट मुख्य रूप से बार-कम-रेस्टोरेंट्स और डांस बार के माध्यम से संचालित हो रहा था, जहां महिलाओं को नौकरी का झांसा देकर देह व्यापार में धकेला जाता था। जानें इस मामले में शामिल मुख्य आरोपियों के बारे में और कैसे यह अवैध धंधा चलाया जा रहा था।
 | 
पश्चिम बंगाल में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, ED ने की बड़ी कार्रवाई

पश्चिम बंगाल में ED की कार्रवाई

पश्चिम बंगाल में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, ED ने की बड़ी कार्रवाई

बंगाल में ED का एक्‍शन

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोलकाता में एक सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में ईडी ने रैकेट के सदस्यों से बड़ी मात्रा में नकद और दो लग्जरी गाड़ियां जब्त की हैं। यह रैकेट बार-कम-रेस्टोरेंट्स और डांस बार के माध्यम से संचालित हो रहा था।

शुक्रवार को ईडी ने पश्चिम बंगाल में एक संगठित देह व्यापार रैकेट के खिलाफ छापेमारी की। इस दौरान 1.01 करोड़ रुपये नकद, कई डिजिटल उपकरण, संपत्ति से संबंधित दस्तावेज और दो लग्जरी गाड़ियां (लैंड रोवर डिफेंडर और जगुआर) जब्त की गईं। इसके साथ ही कई बैंक खातों की जानकारी भी मिली है, जो इस अवैध धंधे में इस्तेमाल हो रहे थे। डांस बार से प्लास्टिक नोट्स भी बरामद हुए हैं, जिनका उपयोग देह व्यापार में किया जाता था।

रेस्टोरेंट्स और डांस बार के जरिए संचालित

यह रैकेट मुख्य रूप से बार-कम-रेस्टोरेंट्स और डांस बार के माध्यम से चलाया जा रहा था। जांच में पता चला है कि आरोपी महिलाएं को नौकरी का झांसा देकर उन्हें देह व्यापार में धकेलते थे, जिससे करोड़ों रुपये की अवैध कमाई होती थी। इस धन को विभिन्न कंपनियों के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग कर सफेद किया जाता था।

मुख्य आरोपियों की पहचान

इस मामले में जगजीत सिंह, अजमल सिद्दीकी और बिश्नु मुंद्रा मुख्य आरोपी हैं। ये लोग अपने बार और रेस्टोरेंट के जरिए यह गैरकानूनी धंधा चला रहे थे। ईडी ने आईपीसी, आर्म्स एक्ट और अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कई FIR दर्ज की हैं। ये धाराएं पीएमएलए, 2002 के तहत अनुसूचित अपराध हैं।

लड़कियों का शोषण

जांच से यह भी स्पष्ट हुआ है कि उपरोक्त व्यक्तियों द्वारा उनके स्वामित्व वाले बार-सह-रेस्टोरेंट के माध्यम से एक संगठित तस्करी और वेश्यावृत्ति का धंधा चलाया जा रहा है। आरोपी लोग नौकरी के झूठे वादों के तहत कमजोर महिलाओं का शोषण करते हैं और उन्हें वेश्यावृत्ति में धकेलते हैं। इस अवैध धन को उनके नियंत्रण वाली कंपनियों के माध्यम से सफेद किया जा रहा था।