पश्चिम बंगाल में शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी से राजनीतिक विवाद बढ़ा

पश्चिम बंगाल पुलिस की कार्रवाई
पश्चिम बंगाल पुलिस ने सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर शर्मिष्ठा पनोली को गिरफ्तार किया है, जिससे राज्य में एक नया राजनीतिक विवाद उत्पन्न हो गया है। इस गिरफ्तारी पर आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और सीधे तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है।
पवन कल्याण की नाराजगी
पवन कल्याण ने इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए एक वीडियो साझा किया है, जिसमें ममता बनर्जी को सनातन धर्म को 'गंदा धर्म' कहने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब सत्ताधारी दल के नेता ऐसे विवादास्पद बयान देते हैं, तब कोई कार्रवाई क्यों नहीं होती, जबकि एक सोशल मीडिया क्रिएटर को तुरंत गिरफ्तार किया जाता है। उन्होंने सभी के लिए समान न्याय की मांग की है।
पवन कल्याण का बयान
जन कल्याण सेना के नेता पवन कल्याण ने इस गिरफ्तारी पर एक्स पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, कानून की छात्रा शर्मिष्ठा ने अपनी बात रखी, उनके शब्द कुछ लोगों को दुख पहुंचाने वाले थे। उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की, वीडियो डिलीट किया और माफी मांगी। लेकिन जब टीएमसी के सांसद सनातन धर्म का मजाक उड़ाते हैं, तो उस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं होती?'
ईशनिंदा पर पवन कल्याण का दृष्टिकोण
कल्याण ने कहा, 'ईशनिंदा की हमेशा निंदा की जानी चाहिए! धर्मनिरपेक्षता कुछ लोगों के लिए ढाल और दूसरों के लिए तलवार नहीं होनी चाहिए। यह सभी के लिए समान होनी चाहिए। पश्चिम बंगाल पुलिस, राष्ट्र देख रहा है। सभी के लिए न्यायपूर्ण तरीके से काम करें।'
शुभेंदु अधिकारी की प्रतिक्रिया
पवन कल्याण के अलावा, बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी इस गिरफ्तारी की निंदा की है। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार 'सनातनियों' के खिलाफ चुनिंदा कार्रवाई कर रही है। उन्होंने इसे 'वोट-बैंक की राजनीति' का हिस्सा बताया।
शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी का कारण
यह गिरफ्तारी 'ऑपरेशन सिंदूर' से जुड़े एक वीडियो पोस्ट करने के मामले में हुई है, जिसमें पनोली ने कथित तौर पर आपत्तिजनक और सांप्रदायिक भाषा का इस्तेमाल किया था। हालांकि, गिरफ्तारी से पहले उन्होंने वह वीडियो हटा दिया था और माफी भी मांग ली थी। इसके बावजूद, कोलकाता पुलिस ने उन्हें गुरुग्राम से गिरफ्तार किया, जिससे राजनीतिक हलकों में बहस छिड़ गई है।