पश्चिम बंगाल के नेता को पाकिस्तान से मिली धमकी, सुरक्षा पर उठे सवाल

पश्चिम बंगाल विधानसभा के विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया है कि उन्हें पाकिस्तान से धमकी भरा फोन आया है। यह घटना उस दिन हुई जब उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। अधिकारी ने कहा कि बंगाल में इस्लामी आतंकवाद के कारण उन्हें बार-बार धमकियाँ मिलती हैं। उन्होंने एक ऑडियो क्लिप भी जारी किया है जिसमें धमकी देने वाला व्यक्ति हिंदी में बात कर रहा है। इस मामले में सुरक्षा उपायों पर अधिकारियों की प्रतिक्रिया का इंतजार है।
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पश्चिम बंगाल के नेता को पाकिस्तान से मिली धमकी, सुरक्षा पर उठे सवाल

पश्चिम बंगाल विधानसभा में धमकी का मामला

पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने गुरुवार को यह आरोप लगाया कि उन्हें पाकिस्तान से एक धमकी भरा फोन आया है। यह घटना उस दिन हुई जब उन्होंने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से राज्य के राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा की थी। अधिकारी ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब उन्हें इस तरह की धमकियाँ मिली हैं।


धमकी का कारण और अधिकारी की प्रतिक्रिया

अधिकारी के अनुसार, इन धमकी भरे कॉल्स का कारण यह है कि "बंगाल इस्लामी आतंकवाद के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह बन गया है।" उन्होंने कहा कि बंगाल में आतंकवादी हमले नहीं होते क्योंकि आतंकवादी जानते हैं कि जब तक ममता बनर्जी सत्ता में हैं, वे सुरक्षित हैं। लेकिन लोग जैसे अधिकारी को धमकी भरे कॉल्स मिलते हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें दो दिन पहले पाकिस्तान से एक धमकी भरा कॉल आया था और बांग्लादेश से भी नियमित रूप से ऐसे कॉल्स आते हैं। उन्होंने इस मामले की जानकारी संबंधित एजेंसियों को दे दी है।


धमकी भरे कॉल का ऑडियो क्लिप

अधिकारी ने कहा कि जिस दिन वह दिल्ली में थे, उसी दिन उन्हें धमकी भरा कॉल आया था। कॉल का एक ऑडियो क्लिप भी जारी किया गया है, जिसमें कॉल करने वाला हिंदी में कह रहा है, "मैं पाकिस्तान से बोल रहा हूँ। थोड़ा सावधान रहना, वरना तुम्हें उड़ा दिया जाएगा। भारत में कितने बीएसएफ जवानों को उड़ा दिया गया है! तुम्हें भी उड़ा दिया जाएगा। सावधान रहना।"


कॉल का स्रोत और सुरक्षा उपाय

स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कॉल से संबंधित नंबर कथित तौर पर देश कोड +966 से शुरू हुआ था, जो सऊदी अरब के लिए है, लेकिन कॉल करने वाले ने कहा कि वे पाकिस्तान से बोल रहे थे। अधिकारियों ने अभी तक इस घटना या आरोपों के मद्देनजर उठाए जा रहे सुरक्षा उपायों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।