पलानीस्वामी का डीएमके सरकार पर आरोप: 207 स्कूल बंद, भ्रष्टाचार का लगाया आरोप

एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने डीएमके सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 207 सरकारी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन पर भ्रष्टाचार और कुशासन का आरोप लगाया और आगामी चुनावों में वंशवादी राजनीति के अंत की बात की। पलानीस्वामी ने यह भी कहा कि अन्नाद्रमुक सत्ता में लौटने पर कई योजनाओं को पुनर्जीवित किया जाएगा। जानें उनके बयान के प्रमुख बिंदु और राज्य की राजनीतिक स्थिति।
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पलानीस्वामी का डीएमके सरकार पर आरोप: 207 स्कूल बंद, भ्रष्टाचार का लगाया आरोप

पलानीस्वामी का बयान

एडप्पादी के. पलानीस्वामी, जो अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के महासचिव हैं, ने आरोप लगाया है कि तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) सरकार के तहत 207 सरकारी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। थिरुपरनकुंद्रम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि एआईएडीएमके के शासनकाल में स्कूलों का उन्नयन किया गया था और वर्तमान सरकार की इस प्रगति को उलटने के लिए आलोचना की।


डीएमके सरकार की आलोचना

पलानीस्वामी ने कहा कि उनके कार्यकाल में कई नए स्कूल खोले गए थे, लेकिन डीएमके सरकार ने पिछले चार वर्षों में एक भी सरकारी मेडिकल कॉलेज या अस्पताल स्थापित नहीं किया। उन्होंने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन पर भी तीखा हमला किया, आरोप लगाते हुए कि द्रमुक सरकार में भ्रष्टाचार और कुशासन बढ़ रहा है, और महंगाई के लिए इसे जिम्मेदार ठहराया।


आगामी चुनावों का संदर्भ

पलानीस्वामी ने कहा कि आगामी चुनाव वंशवादी राजनीति का अंत करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि डीएमके की एकमात्र 'उपलब्धि' भ्रष्टाचार है, और खाद्य वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि अन्नाद्रमुक सत्ता में लौटती है, तो कई योजनाओं को पुनर्जीवित किया जाएगा जो द्रमुक सरकार में जारी नहीं रखी गईं।