पप्पू यादव ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल, एसआईआर प्रक्रिया की की आलोचना

पप्पू यादव का आरोप
पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने गुरुवार को बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया की तीखी आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग पक्षपातपूर्ण तरीके से कार्य कर रहा है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हित में काम कर रहा है। यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यदि इस प्रक्रिया पर कोई उचित कार्रवाई नहीं की जाती है, तो सभी सांसदों को लोकसभा और विधानसभा से इस्तीफा दे देना चाहिए, ताकि सरकार अपने तरीके से सदन का संचालन कर सके।
संविधान और चुनाव आयोग
यादव ने कहा कि जब संविधान के नियमों का उल्लंघन होता है, तो संसद को उसमें संशोधन करने और उस पर चर्चा करने का अधिकार है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि चुनाव आयोग अपनी मनमानी जारी रखता है, तो सुप्रीम कोर्ट भी हस्तक्षेप कर सकता है। यादव ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग ने एसआईआर को एक बहाने के रूप में इस्तेमाल किया है, जब उन्हें लगा कि वे चुनाव नहीं जीत पाएंगे।
सीपीआई सांसद की प्रतिक्रिया
इससे पहले, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के सांसद संतोष कुमार ने भी इस प्रक्रिया पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह जानबूझकर दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों को मतदाता सूची से बाहर करने का प्रयास है। कुमार ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग द्वारा किए गए संशोधन भाजपा के पक्ष में प्रतीत होते हैं। उन्होंने यह सवाल उठाया कि इतनी जल्दी इतना बड़ा संशोधन कैसे संभव है, जबकि बिहार का चुनाव अचानक नहीं हुआ है।
विपक्ष का हंगामा
कुमार ने कहा कि यह एसआईआर प्रक्रिया स्पष्ट रूप से बहिष्कार के बजाय समावेशन को आसान बनाने के लिए है। इस बीच, विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। दोनों सदन शुक्रवार सुबह 11 बजे फिर से शुरू होंगे।