पति ने पत्नी के सपनों को पूरा करने के लिए लिया कर्ज, नौकरी मिलने पर छोड़ दिया

कोटा के मनीष मीणा ने अपनी पत्नी के सपनों को पूरा करने के लिए 15 लाख रुपये का कर्ज लिया और उसे पढ़ाया। पत्नी को नौकरी मिली, लेकिन उसने पति को छोड़ दिया। मनीष ने पत्नी पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है। रेलवे ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पत्नी को सस्पेंड कर दिया गया है। जानें इस अनोखी कहानी के बारे में।
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पति ने पत्नी के सपनों को पूरा करने के लिए लिया कर्ज, नौकरी मिलने पर छोड़ दिया

पति ने पत्नी के सपनों को पूरा करने के लिए लिया कर्ज

कोटा में मनीष मीणा ने अपनी पत्नी के सपनों को साकार करने के लिए कर्ज लेकर उसे पढ़ाई करवाई। पत्नी को नौकरी मिली, लेकिन बाद में उसने पति को छोड़ दिया।



नई दिल्ली। एक बार फिर एक पति को प्यार के बदले धोखा मिला है। राजस्थान के कोटा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मनीष मीणा नामक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के सपनों को पूरा करने के लिए कर्ज लेकर उसे पढ़ाया। पत्नी को नौकरी भी मिली, लेकिन इसके बाद उसने अपने पति को छोड़ दिया। मनीष ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है कि उसकी पत्नी ने धोखाधड़ी से नौकरी हासिल की है। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है।


पति ने 15 लाख का कर्ज लेकर पत्नी को पढ़ाया

15 लाख का कर्जा लेकर पत्नी को पढ़ाया


मनीष मीणा का कहना है कि उसने अपनी पत्नी की पढ़ाई पर 15 लाख रुपये खर्च किए। इसके लिए उसने अपनी जमीन भी गिरवी रखी। लेकिन नौकरी मिलने के दो महीने बाद ही सपना ने मनीष को छोड़ दिया। वर्तमान में सपना सवाई कोटा डीआरएम कार्यालय में कार्यरत हैं। मनीष ने बताया कि 2018 में सपना ने रेलवे ग्रुप डी की भर्ती के लिए आवेदन किया था। उसने आरोप लगाया कि सपना ने परीक्षा पास करने के लिए अपने रिश्तेदार के माध्यम से डमी कैंडिडेट को परीक्षा में बैठाया, जिससे उसका चयन हो गया। जब सपना ट्रेनिंग के बाद वापस आई, तो उसने मनीष के साथ रहने से मना कर दिया।


रेलवे ने की कार्रवाई

रेलवे ने सस्पेंड किया


सपना ने मनीष से कहा कि वह उसके साथ नहीं रहना चाहती। इस पर मनीष ने डीआरएम भीमगंज मंडी, पश्चिम मध्य रेलवे महाप्रबंधक और विजिलेंस से पत्नी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद रेलवे ने सपना के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे सस्पेंड कर दिया और मामले की जांच शुरू कर दी। मनीष की मांग है कि उसकी पत्नी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।