पटना में भाजपा नेता की हत्या से बढ़ी सुरक्षा चिंताएं

पटना में भाजपा नेता सुरेंद्र केवट की हत्या ने शहर में सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं। यह घटना एक हफ्ते में दूसरी हाई-प्रोफाइल हत्या है, जिससे आम जनता में भय का माहौल है। पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर सरकार पर तीखा हमला किया है। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और इसके राजनीतिक प्रभाव।
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पटना में भाजपा नेता की हत्या से बढ़ी सुरक्षा चिंताएं

पटना में कानून-व्यवस्था की स्थिति गंभीर

पटना में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार deteriorate हो रही है, जहां एक हफ्ते के भीतर दो हाई-प्रोफाइल हत्याएं हुई हैं। पहले व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या ने शहर को हिलाकर रख दिया था, और अब भाजपा नेता सुरेंद्र केवट की गोली मारकर हत्या ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।


बिहटा-सरमेरा स्टेट हाईवे पर हत्या की वारदात

52 वर्षीय सुरेंद्र केवट की हत्या बिहटा-सरमेरा स्टेट हाईवे के पास उनके खेत के निकट की गई। रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार रात लगभग 9 बजे, केवट अपने खेत पर सिंचाई के लिए गए थे। जब वह अपनी बाइक से लौट रहे थे, तभी शेखपुरा गांव के पास दो बाइक सवार हमलावरों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।


गंभीर चोटों के कारण हुई मौत

गवाहों के अनुसार, हमलावरों ने केवट को बेहद करीब से चार गोलियां मारीं और फिर मौके से भाग गए। गंभीर रूप से घायल केवट को उनके परिवार ने तुरंत पटना एम्स में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। पीपरा थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, और हमलावरों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।


स्थानीय पहचान और राजनीतिक भूमिका

सुरेंद्र केवट एक पशु चिकित्सक और किसान के रूप में जाने जाते थे। वह शेखपुरा गांव में अपने परिवार के साथ रहते थे और पुनपुन प्रखंड में भाजपा के एक सक्रिय सदस्य थे। हालांकि उनके पास पार्टी में कोई औपचारिक पद नहीं था, फिर भी वे क्षेत्र में राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय थे।


पटना में दूसरी बड़ी हत्या

यह घटना पटना में एक हफ्ते के भीतर दूसरी बड़ी हत्या है। इससे पहले, व्यवसायी गोपाल खेमका की गांधी मैदान के पास उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या की गई थी। इन घटनाओं ने आम जनता में भय का माहौल बना दिया है और पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।


तेजस्वी यादव का सरकार पर हमला

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने पटना में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी कैबिनेट पर तीखा हमला किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, 'और अब पटना में एक भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या! क्या कहें, और किससे? क्या एनडीए सरकार में कोई सच सुनने या अपनी गलतियों को मानने को तैयार है?' तेजस्वी ने आगे कहा, 'मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य के बारे में तो सबको पता है, लेकिन भाजपा के दो निकम्मे उपमुख्यमंत्री क्या कर रहे हैं? भ्रष्ट भुंजा-डीके पार्टी की तरफ से कोई बयान नहीं?'