पटना में अनंत सिंह की गिरफ्तारी: जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ता की हत्या का मामला

पटना में जनता दल यूनाइटेड के उम्मीदवार अनंत सिंह को जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने अन्य दो व्यक्तियों को भी हिरासत में लिया है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि यह हत्या का मामला है। चुनाव आयोग ने इस घटना पर सख्त रुख अपनाते हुए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं।
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पटना में अनंत सिंह की गिरफ्तारी: जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ता की हत्या का मामला

अनंत सिंह की गिरफ्तारी का विवरण

रविवार की सुबह, पटना पुलिस ने मोकामा से जनता दल यूनाइटेड के उम्मीदवार और पूर्व विधायक अनंत सिंह को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की हत्या के संदर्भ में की गई है.


गिरफ्तारी की प्रक्रिया

पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में पुलिस ने अनंत सिंह के बाढ़ स्थित निवास पर पहुंचकर उन्हें हिरासत में लिया। उन्हें पूछताछ के लिए पटना लाया गया है.


अन्य गिरफ्तारियां

पुलिस ने मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम नामक दो अन्य व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया है। इन तीनों को जल्द ही मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा। पटना के एसएसपी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और प्रारंभिक जांच से यह स्पष्ट हुआ है कि यह हत्या का मामला है.


दुलारचंद यादव की हत्या

मृतक दुलारचंद यादव, जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के लिए मोकामा में चुनाव प्रचार कर रहे थे। उनकी मौत एक झड़प के दौरान हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, उनकी मृत्यु गोली लगने से नहीं, बल्कि फेफड़े के फटने और पसलियों में फ्रैक्चर के कारण हुई. यादव के पोते द्वारा दर्ज एफआईआर में अनंत सिंह और चार अन्य का नाम शामिल है.


पुलिस की जांच की दिशा

एसएसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में दो प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच झड़प की जानकारी मिली है। पुलिस को यह भी पता चला है कि घटना के समय अनंत सिंह अपने साथियों के साथ मौजूद थे. अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी वर्तमान में मोकामा सीट से विधायक हैं.


पीयूष प्रियदर्शी की प्रतिक्रिया

अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी ने इसे 'सकारात्मक कदम' बताया, लेकिन कहा कि पुलिस को एफआईआर दर्ज होते ही कार्रवाई करनी चाहिए थी. अनंत सिंह ने आरोप लगाया कि यह हमला राजद उम्मीदवार वीणा देवी के पति सूरजभान सिंह द्वारा रची गई साजिश थी.


चुनाव आयोग की कार्रवाई

चुनाव आयोग ने इस घटना पर सख्त रुख अपनाया है और जिला चुनाव अधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने हिंसा की स्थिति को देखते हुए पटना के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) विक्रम सिहाग का तबादला करने का निर्देश दिया है.


नए अधिकारियों की नियुक्ति

इसके अलावा, बाढ़ के अनुमंडल अधिकारी, बाढ़-1 के अनुमंडल पुलिस अधिकारी और बाढ़-2 के एसडीपीओ की जगह नए अधिकारियों की नियुक्ति का आदेश दिया गया है। बाढ़-2 के एसडीपीओ अभिषेक सिंह को निलंबित करने और तीनों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का आदेश भी दिया गया है.