पंजाब सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में किया अभूतपूर्व सुधार

मुख्यमंत्री भगवंत मान की पहल
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में, पंजाब सरकार ने यह साबित कर दिया है कि कठिन समय में भी लोगों की स्वास्थ्य और सुरक्षा सर्वोपरि है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में, 16 सितंबर को लगभग 51,000 लोगों ने स्वास्थ्य शिविरों का लाभ उठाया, जबकि एक दिन बाद यह संख्या 1.5 लाख तक पहुंच गई। यह वृद्धि इस बात का प्रमाण है कि मान सरकार ने स्थिति की गंभीरता को समझा और तुरंत लोगों तक मदद पहुंचाने के लिए कदम उठाए। इस उपलब्धि ने प्रभावित परिवारों को आश्वस्त किया है कि सरकार हर समय उनके साथ है।
स्वास्थ्य सेवाओं की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री मान ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी परिस्थिति में प्रभावित परिवारों को स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ केवल घरों और खेतों को नुकसान नहीं पहुंचाती, बल्कि स्वास्थ्य जोखिमों को भी बढ़ाती है। ऐसे में, सरकार की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी नागरिक बिना इलाज के न रहे। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, हजारों लोगों को समय पर राहत और उपचार मिला है, जिससे रोगों के फैलने का खतरा काफी कम हुआ है।
विशेष स्वास्थ्य अभियान
मान सरकार ने 14 सितंबर को एक विशेष स्वास्थ्य अभियान शुरू किया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बाढ़ के बाद संभावित बीमारियों को जल्दी नियंत्रित करना, लोगों के दरवाजे पर प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना और बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था। मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित किया कि राज्य स्तर पर तैयार की गई योजनाएं केवल कागजों तक सीमित न रहें, बल्कि गांवों में तेजी से लागू हों। यही कारण है कि इतनी कम समय में रिकॉर्ड संख्या में लोगों ने स्वास्थ्य शिविरों का लाभ उठाया।
स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन
अब तक, 2,303 गांवों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा चुके हैं। इन शिविरों ने न केवल नागरिकों की जांच और उपचार किया, बल्कि बाढ़ के बाद तेजी से फैलने वाली बीमारियों जैसे बुखार, दस्त और त्वचा संक्रमणों की रोकथाम पर भी ध्यान केंद्रित किया। प्रभावित क्षेत्रों में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की बड़ी टीमों को लगातार तैनात किया गया है, जो न केवल दवाएं प्रदान कर रही हैं, बल्कि स्वास्थ्य जागरूकता भी फैला रही हैं। इस व्यापक प्रयास ने ग्रामीण समुदायों में विश्वास का माहौल बनाया है।
पशुओं की स्वास्थ्य सेवाएं
मान सरकार ने मनुष्यों के साथ-साथ पशुओं के स्वास्थ्य को भी प्राथमिकता दी है। अब तक, 14,780 पशुओं का उपचार किया गया है और 48,535 पशुओं को मुफ्त में टीका लगाया गया है। इसके अलावा, मृत पशुओं के सुरक्षित निपटान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि पानी और मिट्टी का प्रदूषण न हो। यह प्रयास दर्शाता है कि सरकार ने स्वास्थ्य के प्रति एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया है, जिससे मनुष्यों और पशुओं दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सरकार की तत्परता
मुख्यमंत्री मान ने स्वयं घोषणा की, "दरवाजे-दरवाजे जांच की जा रही है, और जहां भी मच्छर के लार्वा पाए जाते हैं, वहां तुरंत छिड़काव किया जाता है। जन सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है।" यह बयान न केवल सरकार की तत्परता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि प्रशासन हर स्तर पर सक्रिय है। पंजाब सरकार के त्वरित और प्रभावी उपाय बाढ़ प्रभावित परिवारों के लिए आशा की किरण बन गए हैं। 51,000 से 1.5 लाख तक की संख्या में 24 घंटे में हुई वृद्धि इस बात का प्रमाण है कि सरकार ने न केवल अच्छी योजना बनाई, बल्कि इसे पूरी ताकत से जमीन पर लागू भी किया।