पंजाब: विधायक हरमीत सिंह पठानमजरा भगोड़ा घोषित, बलात्कार मामले में सुनवाई 31 जनवरी को

पंजाब के विधायक हरमीत सिंह पठानमजरा को अदालत ने भगोड़ा घोषित कर दिया है। यह निर्णय उनके खिलाफ बलात्कार के मामले में बार-बार अनुपस्थित रहने के कारण लिया गया। अदालत ने उनकी संपत्तियों की सूची पेश करने का आदेश दिया है और अगली सुनवाई 31 जनवरी को होगी। पठानमजरा ने आरोप लगाया है कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है। जानें इस विवादास्पद मामले की पूरी कहानी।
 | 
पंजाब: विधायक हरमीत सिंह पठानमजरा भगोड़ा घोषित, बलात्कार मामले में सुनवाई 31 जनवरी को

हरमीत सिंह पठानमजरा की कानूनी मुश्किलें बढ़ीं

पंजाब: विधायक हरमीत सिंह पठानमजरा भगोड़ा घोषित, बलात्कार मामले में सुनवाई 31 जनवरी को

हरमीत सिंह पठानमजरा


पंजाब के सनौर से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक हरमीत सिंह पठानमजरा के लिए हालात गंभीर हो गए हैं। पटियाला की अदालत ने उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया है। यह निर्णय उनके खिलाफ बलात्कार के मामले में बार-बार कोर्ट में अनुपस्थित रहने के कारण लिया गया है।


अदालत ने पुलिस और अन्य संबंधित विभागों को निर्देश दिया है कि विधायक की चल और अचल संपत्तियों की सूची अदालत में पेश करें। मामले की अगली सुनवाई 31 जनवरी को होगी। विधायक को 20 दिसंबर तक जिला अदालत में उपस्थित होने का नोटिस दिया गया था, लेकिन वह कोर्ट में नहीं आए। इस बीच, उन्होंने उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की है, जिसका निर्णय अभी आना बाकी है।


पठानमजरा के खिलाफ मामला दर्ज

एक महिला ने सितंबर 2025 में पटियाला के सिविल लाइन पुलिस थाने में विधायक के खिलाफ बलात्कार, धोखाधड़ी और धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज कराया था। महिला का आरोप है कि पठानमजरा ने अपनी पहली शादी के बारे में झूठ बोलकर उससे विवाह किया और उसका यौन शोषण किया।


पुलिस से झड़प और फरार होना

जब पंजाब पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए हरियाणा के करनाल में पहुंची, तो पुलिस के साथ झड़प हुई। इस दौरान उनके समर्थकों ने पुलिस पर फायरिंग और पथराव किया, जिसके चलते पठानमजरा फरार हो गए। बाद में, उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से ऑस्ट्रेलिया में नजर आए, जहां उन्होंने पंजाबी चैनलों से बातचीत की। पठानमजरा का कहना है कि उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया है।


आरोपों को राजनीतिक साजिश बताया

विधायक ने आरोप लगाया कि उन्हें इस मामले में फंसाया गया है क्योंकि उन्होंने आम आदमी पार्टी की दिल्ली टीम के खिलाफ बयान दिए थे। उन्होंने इन आरोपों को राजनीतिक साजिश करार दिया। अदालत ने पहले उन्हें 12 नवंबर तक पेश होने का आदेश दिया था, लेकिन समय सीमा के भीतर उपस्थित न होने के कारण अब कानूनी प्रक्रिया को तेज किया गया है।


हरमीत सिंह पठानमजरा का राजनीतिक सफर

हरमीत सिंह पठानमजरा पटियाला के सनौर से विधायक हैं। उन्होंने 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में काली दल के हरिंदर पाल सिंह चंदूमाजरा को लगभग 50 हजार वोटों से हराया था। उनका राजनीतिक सफर विवादास्पद रहा है। 1994 में अकाली दल से अपने करियर की शुरुआत करने वाले हरमीत कई पार्टियों में रहे हैं, जिनमें मनप्रीत बादल की पार्टी, कांग्रेस, और पंजाब एकता पार्टी शामिल हैं। 2020 में, वे AAP में शामिल हुए।