पंजाब राज्यसभा चुनाव में नवनीत चतुर्वेदी की गिरफ्तारी का विवाद

पंजाब राज्यसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के विधायक नवनीत चतुर्वेदी की गिरफ्तारी को लेकर चंडीगढ़ और पंजाब पुलिस के बीच विवाद उत्पन्न हो गया है। नवनीत पर आरोप है कि उन्होंने जाली हस्ताक्षर कर नामांकन दाखिल किया। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है, और आगामी मतदान की तारीख नजदीक है। जानें इस घटनाक्रम की पूरी जानकारी और इसके पीछे की कहानी।
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पंजाब राज्यसभा चुनाव में नवनीत चतुर्वेदी की गिरफ्तारी का विवाद

पंजाब में चुनावी हलचल

पंजाब राज्यसभा चुनाव में नवनीत चतुर्वेदी की गिरफ्तारी का विवाद

नवनीत चतुर्वेदी की गिरफ्तारी को लेकर विवाद

पंजाब में राज्यसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के 10 विधायकों के फर्जी हस्ताक्षर से नामांकन दाखिल करने का मामला गरमा गया है। मंगलवार को जयपुर के नवनीत चतुर्वेदी को गिरफ्तार करने के लिए पंजाब की रूपनगर पुलिस चंडीगढ़ पहुंची, लेकिन चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें सुरक्षा प्रदान की, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इस दौरान चंडीगढ़ और पंजाब पुलिस आमने-सामने आ गईं।

दोनों पुलिस बलों के बीच बहस हुई, जिसके बाद चंडीगढ़ पुलिस ने नवनीत चतुर्वेदी को अपने मुख्यालय ले जाने का निर्णय लिया। मुख्यालय के बाहर सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए। यह घटनाक्रम मंगलवार को चंडीगढ़ के सुखना लेक के निकट हुआ। एक ओर पुलिस सुरक्षा प्रदान कर रही थी, जबकि दूसरी ओर पंजाब की रूपनगर पुलिस गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी थी।

मतदान की तारीख नजदीक

पंजाब राज्यसभा उपचुनाव के लिए मतदान 24 अक्टूबर को निर्धारित है। नवनीत चतुर्वेदी ने नामांकन पत्र दाखिल किया, जिसमें कई विधायकों के प्रस्तावक के रूप में नाम शामिल थे। उन पर आरोप है कि उन्होंने खुद को जनता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताकर धोखाधड़ी की है।

उनके द्वारा प्रस्तुत नामांकन पत्र पर विधायकों के हस्ताक्षरों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। विधायकों ने उनके नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर करने से इनकार किया और कहा कि ये हस्ताक्षर जाली हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ये हस्ताक्षर उनकी अनुमति के बिना किए गए थे।

नवनीत चतुर्वेदी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई

इस शिकायत के आधार पर नवनीत चतुर्वेदी के खिलाफ विभिन्न थानों में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस धोखाधड़ी की गहन जांच शुरू कर दी गई है, जिसमें अन्य व्यक्तियों की पहचान और फोरेंसिक एवं डिजिटल साक्ष्य एकत्र करने का कार्य किया जा रहा है।

गौरतलब है कि पंजाब राज्यसभा उपचुनाव के लिए अधिसूचना 6 अक्टूबर को जारी की गई थी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 13 अक्टूबर थी, जबकि नामांकन पत्रों की जांच 14 अक्टूबर को की जाएगी।