पंजाब में सेना अधिकारी पर हमला: 12 पुलिसकर्मी निलंबित
पंजाब में सेना अधिकारी और उनके बेटे पर हमला

पंजाब में एक सेना के वरिष्ठ अधिकारी और उनके बेटे के साथ हुई मारपीट की घटना ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर आरोप लगाया है कि जब एक उच्च रैंक का अधिकारी सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिकों की स्थिति क्या होगी। इस मामले में 12 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है, और कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है।
पूर्व मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने एक वीडियो साझा किया है जिसमें दिख रहा है कि कुछ लोग एक व्यक्ति को बुरी तरह पीट रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह पंजाब पुलिस का अपमानजनक व्यवहार है और उचित कार्रवाई न होने पर सवाल उठाए हैं।
विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि यदि सेना के अधिकारी सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की है। कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने भी राज्य में पुलिस की बर्बरता पर चिंता जताई है।
पंजाब पुलिस ने इस मामले में 12 पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की है। पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि निलंबित कर्मियों में विभिन्न रैंक के अधिकारी शामिल हैं।
यह घटना 13 और 14 मार्च की रात को हुई, जब सेना के कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाथ और उनके बेटे एक रेस्तरां में थे। कर्नल की पत्नी ने बताया कि जब वे कार के पास खड़े थे, कुछ पुलिस अधिकारी आए और उनसे गाड़ी हटाने के लिए कहा। जब कर्नल ने आपत्ति जताई, तो एक अधिकारी ने उन पर हमला कर दिया। उनके बेटे ने बताया कि उन पर बेसबॉल बैट और अन्य हथियारों से हमला किया गया।