पंजाब में युवाओं को सरकारी नौकरियों का बड़ा अवसर: मुख्यमंत्री भगवंत मान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को घोषणा की कि उनकी सरकार ने पिछले साढ़े तीन वर्षों में 56,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियों का अवसर प्रदान किया है। उन्होंने नए नियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए कहा कि ये नौकरियां युवाओं की किस्मत बदलने में मदद करेंगी। मान ने पूर्व सरकारों पर आरोप लगाया कि उन्होंने युवाओं को नौकरी देने में कोई प्रयास नहीं किया। इसके अलावा, उन्होंने पराली जलाने के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी, जिसमें पंजाब को जानबूझकर दोषी ठहराने का आरोप लगाया।
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पंजाब में युवाओं को सरकारी नौकरियों का बड़ा अवसर: मुख्यमंत्री भगवंत मान

मुख्यमंत्री का दावा: 56,000 युवाओं को मिली नौकरी

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को यह जानकारी दी कि उनकी सरकार के पिछले साढ़े तीन वर्षों में 56,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियों का अवसर मिला है।


मुख्यमंत्री ने 858 नए कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र देने के लिए आयोजित एक समारोह में कहा कि ये नौकरियां युवाओं की किस्मत को बदलने में मदद करेंगी, जिससे वे राज्य की सामाजिक और आर्थिक प्रगति में योगदान देंगे।


उन्होंने यह भी बताया कि अपने कार्यकाल की शुरुआत से ही उन्होंने यह सुनिश्चित किया है कि युवाओं को उनकी योग्यता के आधार पर नौकरी मिले, जिसके परिणामस्वरूप इतने बड़े संख्या में युवाओं को सरकारी नौकरी मिली।


पिछली सरकारों पर आरोप

मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि पंजाब की पूर्व सरकारों ने युवाओं को नौकरी देने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किए, क्योंकि उनका ध्यान केवल सत्तारूढ़ परिवारों की सेवा पर था।


उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के शासन में सरकारी स्कूलों के छात्र नीट, जेईई और जेईई एडवांस जैसी महत्वपूर्ण परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर रहे हैं, जो कि जमीनी स्तर पर बदलाव का संकेत है।


पराली जलाने का मुद्दा

पराली जलाने के मुद्दे पर मान ने कहा कि पंजाब को जानबूझकर दिल्ली में वायु प्रदूषण के लिए दोषी ठहराया जा रहा है, जबकि असलियत कुछ और है।


उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब पर आरोप लगाने वाले लोग यह भूल जाते हैं कि हरियाणा राज्य और राष्ट्रीय राजधानी के बीच आता है, लेकिन वे इसका उल्लेख नहीं करते।