पंजाब में बेअदबी विरोधी विधेयक: मुख्यमंत्री भगवंत मान की नई पहल

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हाल ही में विधानसभा में बेअदबी विरोधी विधेयक पेश किया है, जिसमें धार्मिक ग्रंथों के अपमान के लिए कठोर सजा का प्रावधान किया गया है। यह विधेयक समाज में बेअदबी की घटनाओं को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। मान ने इस मुद्दे की गंभीरता पर जोर देते हुए कहा कि यह सभी पंजाबियों को प्रभावित करता है और इसका प्रभाव आने वाली पीढ़ियों पर भी पड़ेगा। जानें इस विधेयक के बारे में और क्या है इसके पीछे की सोच।
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पंजाब में बेअदबी विरोधी विधेयक: मुख्यमंत्री भगवंत मान की नई पहल

मुख्यमंत्री भगवंत मान का बेअदबी विरोधी विधेयक

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को घोषणा की कि राज्य विधानसभा में प्रस्तुत किया गया बेअदबी विरोधी विधेयक धार्मिक ग्रंथों के अपमान करने वालों के लिए कठोर दंड का प्रावधान करेगा।


मुख्यमंत्री ने बेअदबी की घटनाओं को रोकने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने 14 जुलाई को पंजाब विधानसभा में एक बेअदबी विरोधी विधेयक पेश किया था, जिसमें धार्मिक ग्रंथों का अपमान करने वाले कार्यों के लिए आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान है।


भगवंत मान ने सदन में पंजाब पवित्र धर्मग्रंथों के खिलाफ अपराधों की रोकथाम के लिए विधेयक 2025 पेश किया। राज्य विधानसभा ने इस प्रस्तावित कानून पर धार्मिक संगठनों और जनता की राय जानने के लिए इसे सदन की एक प्रवर समिति को भेज दिया है।


मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे की गंभीरता पर जोर देते हुए कहा कि यह सभी पंजाबियों को प्रभावित करता है और इसका वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधों को रोकने के लिए कड़ी सजा आवश्यक है।