पंजाब में बाढ़ से तबाही: 43 लोगों की मौत और फसलों का व्यापक नुकसान

पंजाब में हालिया बाढ़ ने गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी है, जिसमें 43 लोगों की जान चली गई है और 1.75 लाख हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो गई हैं। राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं, जबकि मौसम विभाग ने कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की सूचना दी है। केंद्रीय कृषि मंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और किसानों को सहायता का आश्वासन दिया। लुधियाना में तटबंधों के खतरे के चलते प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। भारत-पाकिस्तान सीमा पर भी बाढ़ का असर पड़ा है, जिससे सुरक्षा चौकियां जलमग्न हो गई हैं।
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पंजाब में बाढ़ से तबाही: 43 लोगों की मौत और फसलों का व्यापक नुकसान

पंजाब में बाढ़ की स्थिति गंभीर

पंजाब में हालिया भारी बारिश ने बाढ़ की स्थिति को और अधिक गंभीर बना दिया है, जिससे मृतकों की संख्या 43 तक पहुँच गई है। 1988 के बाद से यह राज्य में आई सबसे भयंकर बाढ़ है, जिसने 23 जिलों में 1.75 लाख हेक्टेयर फसलें बर्बाद कर दी हैं। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं, जिसमें विभिन्न स्थानों से सहायता पहुँचाई जा रही है, ताकि 1,655 गांवों के 3.55 लाख से अधिक लोगों को मदद मिल सके। भारी बारिश के बाद रूपनगर और पटियाला जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, और लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है। सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय 7 सितंबर तक बंद रहेंगे। हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में भी बारिश जारी है, जिससे सतलुज, व्यास और रावी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है।


पंजाब में बारिश से मिली थोड़ी राहत

हालांकि, बाढ़ प्रभावित पंजाब में पिछले 24 घंटों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार, लुधियाना में 9.8 मिमी, पटियाला में 1.8 मिमी, और गुरदासपुर में 1.7 मिमी बारिश दर्ज की गई। चंडीगढ़ में भी 0.9 मिमी बारिश हुई। हरियाणा के करनाल में 9 मिमी और नारनौल में 28.5 मिमी बारिश हुई है, जिससे जलभराव की स्थिति बनी हुई है।


कृषि मंत्री का बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बृहस्पतिवार को पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और फसलों को हुए नुकसान का आकलन किया। उन्होंने इसे जल प्रलय की स्थिति बताया और किसानों को आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार उन्हें इस संकट से उबारने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। चौहान ने अमृतसर, गुरदासपुर और कपूरथला जिलों का दौरा किया और प्रभावित लोगों से बातचीत की।


लुधियाना में तटबंधों का खतरा

लुधियाना जिला प्रशासन ने सतलुज नदी के तेज बहाव के कारण तटबंधों पर भारी दबाव के चलते अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि तटबंध कमजोर हुआ तो कई गांवों को बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है। निवासियों को सलाह दी गई है कि वे ऊपरी मंजिलों पर चले जाएं और महत्वपूर्ण दस्तावेजों को सुरक्षित रखें।


भारत-पाकिस्तान सीमा पर बाढ़ का असर

पंजाब और जम्मू के अग्रिम इलाकों में बाढ़ के कारण भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा की 110 किलोमीटर लंबी बाड़ क्षतिग्रस्त हो गई है। लगभग 90 बीएसएफ चौकियां जलमग्न हो गई हैं। अधिकारियों के अनुसार, बाढ़ के कारण सीमा सुरक्षा बल की कई चौकियां प्रभावित हुई हैं। बीएसएफ ने इन क्षेत्रों में बाड़ और चौकियों को बहाल करने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया है।