पंजाब में बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा, मुख्यमंत्री ने दिए मुआवजे के निर्देश
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की समीक्षा की और मुआवजे की नई योजना की घोषणा की। उन्होंने सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया कि वे नुकसान का त्वरित सर्वेक्षण करें और मुआवजे का वितरण जल्द शुरू करने का आश्वासन दिया। मान ने कहा कि किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा और राहत चेक दिवाली के आसपास वितरित किए जाएंगे। बाढ़ से हुई मौतों की संख्या 55 तक पहुँच गई है, और सरकार ने चिकित्सा शिविरों और मृत पशुओं के निपटान के उपायों की भी घोषणा की है।
Sep 12, 2025, 14:37 IST
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मुख्यमंत्री भगवंत मान की बैठक
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी उपायुक्तों से संवाद किया और उन्हें निर्देशित किया कि वे फसल, पशुधन और आवास को हुए नुकसान का त्वरित और विस्तृत सर्वेक्षण करें। मान ने यह भी कहा कि पंजाब प्रभावित परिवारों को देश में सबसे अधिक मुआवजा प्रदान करेगा।
मुआवजे की नई योजना
भगवंत मान ने स्पष्ट किया कि यह केवल एक घोषणा नहीं है। पहले किसानों को 26 रुपये के मामूली चेक दिए जाते थे, लेकिन अब उपायुक्तों को निष्पक्ष और पारदर्शी मूल्यांकन सुनिश्चित करने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा, "मैं एक किसान परिवार से हूँ और मेरे अपने खेत भी जलमग्न हो चुके हैं। मैं इस दर्द को समझता हूँ।" मुख्यमंत्री ने बताया कि विशेष गिरदावरी (नुकसान का आकलन) रिपोर्ट 30-40 दिनों में तैयार की जाएगी और मुआवजे का वितरण एक महीने के भीतर शुरू होगा।
किसानों के लिए मुआवजा
जिन किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं, उन्हें प्रति एकड़ 20,000 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा, जबकि गाय-भैंस जैसे मवेशियों के नुकसान के लिए 37,500 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा निर्धारित किया गया है। जिन परिवारों के घर बाढ़ में ढह गए हैं, उन्हें भी 100 प्रतिशत क्षति की श्रेणी में रखा जाएगा। मान ने कहा कि एसडीआरएफ के दिशानिर्देश केवल 6,800 रुपये के मुआवजे की अनुमति देते हैं, लेकिन पंजाब इसे बढ़ाकर 40,000 रुपये करेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि "यह कंजूसी का समय नहीं है। राहत चेक तैयार हैं और दिवाली के आसपास लोगों को मिलने लगेंगे।"
बाढ़ से हुई मौतें और राहत कार्य
अब तक बाढ़ से 55 मौतों की पुष्टि हो चुकी है और 42 परिवारों को मुआवजा जारी किया जा चुका है। अन्य मामलों में, जहां मृतक के वारिस लापता हैं या शव बरामद नहीं हुए हैं, सरकार दावों के निपटारे की प्रक्रिया कर रही है। मुख्यमंत्री ने चिकित्सा शिविर लगाने और मृत पशुओं के सुरक्षित निपटान के उपायों की भी घोषणा की। घग्गर नदी के किनारे की स्थिति की समीक्षा करते हुए, उन्होंने कहा कि खतरे के स्तर पर निगरानी रखी जा रही है और कमजोर स्थानों पर तटबंधों को मजबूत किया जा रहा है। मान ने चेतावनी दी कि राहत वितरण में लापरवाही या भ्रष्टाचार के लिए किसी भी अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, "यह राजनीति का समय नहीं है। दुर्भाग्य से, कुछ लोगों ने इस संकट का राजनीतिकरण करने की कोशिश की है, जो बेहद शर्मनाक है।"