पंजाब में बाढ़: मुख्यमंत्री भगवंत मान का राहत कार्यों का दौरा
पंजाब में हाल ही में आई बाढ़ ने कई जिलों को प्रभावित किया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरदासपुर का दौरा किया और बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का जायज़ा लिया। उन्होंने बताया कि कई गांवों में लोग फंसे हुए हैं और राशन की कमी का सामना कर रहे हैं। राहत कार्यों के तहत, एनडीआरएफ और बीएसएफ की टीमों ने स्कूल में फंसे छात्रों और शिक्षकों को बचाने के लिए अभियान चलाया। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
Aug 28, 2025, 14:15 IST
|

पंजाब में बाढ़ की स्थिति
पंजाब के कई जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मुख्यमंत्री भगवंत मान और उनके कैबिनेट मंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। हाल ही में, मुख्यमंत्री ने गुरदासपुर का दौरा किया, जहां उन्होंने बाढ़ से प्रभावित इलाकों का जायज़ा लिया और राहत कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस संबंध में एक पोस्ट भी साझा की। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्हें पता चला है कि कई गांवों के लोग फंसे हुए हैं और वे अपने घरों की छतों पर बैठे हैं, जहां उन्हें राशन की कमी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों ने हमें 92 सीटों वाला हेलीकॉप्टर दिया था, जिसे अब मैं लोगों की सहायता के लिए छोड़ रहा हूँ। यह हेलीकॉप्टर दूध, राशन और पानी पहुँचाने में मदद करेगा। मैंने इसके लिए डीसी साहब को निर्देश दे दिए हैं और मैं खुद गाड़ी से वापस लौटूँगा।
बचाव कार्यों की जानकारी
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की टीमों ने बुधवार को गुरदासपुर जिले के दबुरी स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में फंसे 381 छात्रों और 70 शिक्षकों के लिए बचाव अभियान शुरू किया। ये छात्र बाढ़ के कारण स्कूल परिसर और आसपास के क्षेत्रों में फंसे हुए थे। अधिकारियों ने बताया कि रावी नदी का जलस्तर बढ़ने से दबुरी क्षेत्र में बाढ़ आई, जिससे स्कूल के अंदर 4-5 फुट पानी भर गया। अधिकारियों ने यह भी बताया कि छुट्टी की घोषणा होने के बावजूद बच्चों और कर्मचारियों को घर नहीं भेजने के लिए स्कूल के प्रधानाध्यापक को नोटिस दिया गया है।
बचाव के लिए नावों की तैनाती
अधिकारियों ने बताया कि फंसे हुए छात्रों और कर्मचारियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के लिए नावों की व्यवस्था की गई है। इससे पहले, प्रधानाध्यापक ने जिला प्रशासन से सहायता की मांग की थी, जिसके बाद उपायुक्त दलविंदरजीत सिंह ने प्रभावित लोगों को निकालने के लिए टीमें भेजीं। छात्रों और शिक्षकों को बचाने के लिए सीमा सुरक्षा बल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की कई टीमों को तैनात किया गया है।