पंजाब में बाढ़ की स्थिति गंभीर, 30 लोगों की मौत और लाखों प्रभावित

पंजाब में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है, जिसमें 30 लोगों की जान चली गई है और लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य सरकार ने सभी स्कूलों और कॉलेजों को सात सितंबर तक बंद रखने का निर्णय लिया है। गुरदासपुर सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहाँ 324 गाँव जलमग्न हैं। राहत कार्य जारी है, जिसमें एनडीआरएफ की टीमें भी शामिल हैं। जानें इस संकट के बारे में और अधिक जानकारी।
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पंजाब में बाढ़ की स्थिति गंभीर, 30 लोगों की मौत और लाखों प्रभावित

पंजाब में बाढ़ का संकट

पंजाब में लगातार हो रही भारी बारिश ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। भाखड़ा सहित विभिन्न बांधों से पानी छोड़ने के कारण बाढ़ की स्थिति में वृद्धि हुई है। इस आपदा में कम से कम 30 लोगों की जान जा चुकी है और पांच लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। रिपोर्टों के अनुसार, लगभग 1,400 गाँव जलमग्न हो गए हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, बाढ़ ने राज्य के 23 जिलों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है, जिससे 1,400 से अधिक गाँव और 3,50,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य के बारह जिलों में सबसे अधिक नुकसान हुआ है, जिनमें पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर और फिरोज़पुर शामिल हैं। यह बाढ़ पंजाब में पिछले चार दशकों में सबसे भयंकर मानी जा रही है.


स्कूल और कॉलेजों की छुट्टियाँ

पंजाब सरकार ने बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को सात सितंबर तक बंद रखने का निर्णय लिया है। शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने 'एक्स' पर कहा, "मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशानुसार, बाढ़ की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, पंजाब भर के सभी सरकारी, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त और निजी संस्थान सात सितंबर, 2025 तक बंद रहेंगे।" उन्होंने स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की। पहले, सरकार ने तीन सितंबर तक छुट्टियाँ घोषित की थीं।


रेड अलर्ट की घोषणा

बाढ़ के कारण पंजाब के आठ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। प्रभावित जिलों में पठानकोट, होशियारपुर, अमृतसर, कपूरथला, नवांशहर, जालंधर, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब और लुधियाना शामिल हैं।


गुरदासपुर पर सबसे अधिक असर

गुरदासपुर सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहाँ 324 गाँव जलमग्न हैं। इसके बाद अमृतसर (135 गाँव) और होशियारपुर (119 गाँव) का स्थान है। बाढ़ ने 148,590 हेक्टेयर फसलों को नुकसान पहुँचाया है, जिससे राज्य के कृषि क्षेत्र पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। राहत और बचाव कार्य जारी है, जिसमें 19,597 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। अकेले गुरदासपुर से 5,581 लोगों को निकाला गया है। कुल 174 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें से 74 सक्रिय हैं। एनडीआरएफ ने विभिन्न जिलों में 23 टीमें तैनात की हैं, जिनमें गुरदासपुर और अमृतसर में छह-छह, और फिरोजपुर तथा फाजिल्का में तीन-तीन टीमें शामिल हैं.