पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में वृद्धि, 283 नए मामले दर्ज

पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, बुधवार को 283 नए मामले सामने आए हैं। 15 सितंबर से अब तक कुल 1,216 मामले दर्ज किए गए हैं। तरनतारन, अमृतसर, संगरूर और फिरोजपुर जिलों में सबसे अधिक घटनाएं हुई हैं। राज्य सरकार की अपील के बावजूद किसान फसल अवशेषों को जलाने से नहीं चूक रहे हैं। जानें इस मुद्दे पर और क्या जानकारी है।
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पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में वृद्धि, 283 नए मामले दर्ज

पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं का बढ़ता आंकड़ा

बुधवार को पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं की संख्या 283 तक पहुंच गई, जो इस मौसम में सबसे अधिक है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 15 सितंबर से अब तक कुल 1,216 मामले सामने आए हैं।


पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, तरनतारन, अमृतसर, संगरूर और फिरोजपुर जिलों में फसल अवशेष जलाने की घटनाएं सबसे अधिक देखी गई हैं। कई किसान राज्य सरकार की अपील के बावजूद फसल अवशेषों को आग लगाने से नहीं चूक रहे हैं।


विशेष रूप से, तरनतारन में 296 घटनाएं दर्ज की गईं, इसके बाद अमृतसर में 173, संगरूर में 170, फिरोजपुर में 123, पटियाला में 73, बठिंडा में 61 और कपूरथला में 48 मामले सामने आए। दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के बढ़ने के लिए अक्सर पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया जाता है।