पंजाब में 55 करोड़ के टेंडर घोटाले में SSP लखबीर सिंह निलंबित

पंजाब सरकार ने SSP लखबीर सिंह को 55 करोड़ रुपये के टेंडर घोटाले में निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई एक IAS अधिकारी की शिकायत के बाद की गई। इस बीच, पूर्व IPS अधिकारी अमर सिंह चहल ने आत्महत्या का प्रयास किया, जिसके बाद उनकी गंभीर हालत का पता चला। जानें इस मामले में क्या हुआ और कैसे मानसिक उत्पीड़न के आरोप सामने आए हैं।
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पंजाब में 55 करोड़ के टेंडर घोटाले में SSP लखबीर सिंह निलंबित

लखबीर सिंह का निलंबन

पंजाब में 55 करोड़ के टेंडर घोटाले में SSP लखबीर सिंह निलंबित

लखबीर सिंह

पंजाब सरकार ने अमृतसर के SSP विजिलेंस लखबीर सिंह को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई एक वरिष्ठ IAS अधिकारी की शिकायत के बाद की गई है। यह मामला करोड़ों रुपये के विकास कार्यों के टेंडर में हुए घोटाले से संबंधित है, जिसमें जांच पर सवाल उठाए गए थे। यह घोटाला अमृतसर के रणजीत एवेन्यू के पॉश इलाके में 55 करोड़ रुपये के विकास कार्यों के टेंडर से जुड़ा है।

हाल ही में, पंजाब के पूर्व IPS अधिकारी और IG अमर सिंह चहल ने पटियाला में अपने घर पर आत्महत्या का प्रयास किया। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने मौके से 25 पन्नों का सुसाइड नोट भी बरामद किया है।

अमर सिंह ने सुसाइड नोट में बताया कि वह एक बड़े ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हुए थे, जिससे वह अपमानित महसूस कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्हें 8 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था, जिसके कारण वह गहरे डिप्रेशन में चले गए थे।

IPS अधिकारी की आत्महत्या

हरियाणा कैडर के IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार ने भी अक्टूबर 2025 में आत्महत्या की थी। उन्होंने अपने पीछे 8 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उन्होंने तीन रिटायर्ड IAS और 10 IPS अधिकारियों का नाम लिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि इन अधिकारियों ने उन्हें मानसिक और प्रशासनिक रूप से प्रताड़ित किया। उनकी पत्नी भी एक सिविल सर्वेंट हैं।

मानसिक उत्पीड़न का आरोप

वाई पूरन कुमार ने अगस्त 2020 से हरियाणा के वरिष्ठ अधिकारियों पर जाति आधारित भेदभाव और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में बताया कि सार्वजनिक अपमान और अत्याचार के कारण वह अत्यधिक परेशान हो गए थे। उन्होंने मानसिक और प्रशासनिक यातना की घटनाओं का उल्लेख किया था।