पंजाब पुलिस ने आईएसआई से जुड़े जासूस को किया गिरफ्तार
पंजाब पुलिस ने तरनतारन में गगनदीप सिंह नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो पाकिस्तान की आईएसआई के साथ भारतीय सेना की गतिविधियों की जानकारी साझा कर रहा था। इस गिरफ्तारी के पीछे एक संयुक्त अभियान का हाथ है, जिसमें गगनदीप के पास से खुफिया जानकारी और आईएसआई के संपर्कों का विवरण बरामद किया गया है। पुलिस ने कहा है कि वह राष्ट्र की संप्रभुता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और इस जासूसी नेटवर्क की पूरी जांच की जा रही है।
Jun 3, 2025, 13:50 IST
|

गगनदीप सिंह की गिरफ्तारी
पंजाब पुलिस ने मंगलवार को तरनतारन में गगनदीप सिंह नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि उसने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना की गतिविधियों की जानकारी पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के साथ साझा की। पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने बताया कि गगनदीप सिंह खालिस्तान समर्थक नेता गोपाल सिंह चावला के संपर्क में भी था। पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल फोन बरामद किया है, जिसमें खुफिया जानकारी और 20 से अधिक आईएसआई संपर्कों का विवरण शामिल है।
गिरफ्तारी की प्रक्रिया
काउंटर-इंटेलिजेंस-पंजाब से मिली सूचना के आधार पर तरण-तारन पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में गगनदीप सिंह को पकड़ा। डीजीपी ने कहा कि जांच में यह स्पष्ट हुआ कि वह सैन्य तैनाती और रणनीतिक स्थानों से संबंधित गोपनीय जानकारी साझा कर रहा था, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हो रहा था। गगनदीप पिछले पांच वर्षों से गोपाल सिंह चावला के संपर्क में था, जिसके माध्यम से उसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जोड़ा गया था। पुलिस ने बताया कि उसे भारतीय चैनलों के जरिए पीआईओ से भुगतान भी मिलता था। इस जासूसी नेटवर्क के अन्य संबंधों की पहचान करने और इसकी पूरी संरचना को समझने के लिए गहन वित्तीय और तकनीकी जांच चल रही है। पीएस सिटी, तरनतारन में आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे की जांच जारी है।
राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा
पंजाब पुलिस ने कहा कि वह राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सभी आवश्यक कदम उठाएगी। ऑपरेशन सिंदूर के तहत, भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें बहावलपुर का जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना शामिल था। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी।